राष्ट्र चंडिका,सिवनी/केवलारी। गुरुवार 20 अप्रैल को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाडली बहना के महा सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि बहनों और बेटियों के चेहरों पर मुस्कान आए हमेशा मेरा दिल कहता था इसलिए मैंने बहनों को अपने मायके जाने के लिए अपने खर्चे के लिए एक हजार रुपए देने का निश्चय किया। 5 मार्च 2023 से यह योजना मेरी प्यारी बहनों को मैंने समर्पित किया है ,मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए मेने बेटे और बेटियो का भेदभाव मिटाया है,पहले कोख में पता किया जाता था कि बेटा है की बेटी इसचक्कर में बेटियां का जन्म अनुपात कम होने लगा और बेटों का जन्म का अनुपात बढ़ गया एक समय ऐसा आता कि बेटों के लिए बहुए नहीं मिलती मैंने लाडली लक्ष्मी योजना के माध्यम से इस भेदभाव को मिटाने का काम किया है आज मध्य प्रदेश में मेरी 44 लाख बेटीयां लाडली लक्ष्मी योजना के तहत आत्मनिर्भर हैं।ओर यही सोच के चलते वहनो के लिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के रूप में लाया हूं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान निर्धारित समय से 1 घंटे विलंब से केवलारी पहुंचे, हेलीपैड से सीधे सभा स्थल पर आगमन उपरांत सर्वप्रथम विभिन्न परियोजनाओं का भूमिपूजन और लोकार्पण किया,सभा स्थल पर ही कार्यकर्ताओं से चर्चा कर महा सम्मेलन करने के पूर्व कन्याओं का पूजन किया। संबोधित करते हुए दूरदराज
जिले भर से आई पैसढ हजार लाडली बहनों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने गाना गाकर बहनो के चेहरे पर मुस्कान बिखेरी। फूलों का तारों का सबका कहना है लाखो हजारों में मेरी बहना हो। सी एम ने 2 वजकर10 में अपना भाषण प्रारंभ किया और 2:25 बजे मात्र 15 में ही उद्बोधन को रोककर तेज आंधी तूफान और बारिश के चलते अपने उद्बोधन को रोकते हुए उपस्थित प्रशासन के अधिकारियों को निर्देशित किया कि आंधी तूफान तेज है। भाषण देने का अब समय नहीं है मेरी सभी बहने सुरक्षित अपने अपने घर पहुंच जाएं यह काम पहले करना है ओर सभी को करना है। लाडली बहना योजना के महा सम्मेलन में उपस्थित जिले के वरिष्ठ नेताओं के अलावा जिले के प्रभारी मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ,केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंहकुलस्ते, सिवनी विधायक, मंडला विधायक देवसिंह सैयाम, पूर्व जिला अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के वेदसिंह ठाकुर, पूर्व सांसद नीता पटेरिया, जिला महामंत्री गजानंद पंचेश्वर, जिला अध्यक्ष, सिवनी के पूर्व विधायक नरेश दिवाकर, वरघाट के पूर्व विधायक कमल मर्सकोले सहित अन्य नेताओं की उपस्थिति थी।