मेरठ में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने सौरभ हत्याकांड पर वायरल हुए नीले ड्रम को लेकर चुटकी ली. उन्होंने कहा कि देश में नीला ड्रम बहुत वायरल है. प्रभु की कृपा है कि हमारी शादी नहीं हुई है. देश में पति सदमे में हैं. वहीं बाबा बागेश्वर ने हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना भी बताई और कहा कि हिंदू राष्ट्र में सभी लोगों को रहने का अधिकार होगा. जैसे दुबई में मुसलमान को प्राथमिकता है, वैसे ही हिंदू राष्ट्र में हिंदुओं को प्राथमिकता होगी. यहां सभी को संस्कृति और मजहबों का पालन करने का अधिकार होगा, लेकिन प्राथमिकता हिंदू धर्म की होगी.
बाबा बागेश्वर ने कहा कि रामचरितमानस के आधार पर जीवन शैली होगी. सनातन का अपमान करने वाले को फांसी होगी. राणा सांगा पर टिप्पणी करने वालों पर भी पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने शाब्दिक प्रहार किया और कहा कि उनको अपनी बुद्धि की शुद्धि करनी चाहिए. औरंगजेब महान नहीं हो सकता. विदेशी विधर्मियों का नामो निशान मिटना चाहिए. उन्होंने कहा कि मेरठ का सौरभ हत्यकांड बहुत ही निंदनीय है. ये संस्कारों की कमी है. पालन पोषण की कमी है. प्रत्येक भारतीयों को राममचरितमानस का आधार लेने की आवश्यकता है. मेरठ में कुछ ऐसे स्थान हैं, जिनके भी नाम बदलने चाहिए.
वहीं संभल पर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि अभी तो हम कह रहे थे अयोध्या तो झांकी है… काशी-मथुरा बाकी है. अब हम कहेंगे… काशी-मथुरा-संभल तीनों बाकी हैं. बहुत हो गया शांति, पृथ्वी का मंत्रोच्चारण, अब क्रांति पृथ्वी का पाठ होना चाहिए. शांति की जगह क्रांति का पाठ होना चाहिए. देश को तोड़ने की जगह जोड़ने का कार्य होना चाहिए. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि पहले पश्चिम की धरती पर बोटी-बोटी का नारा लगता था. यहां 42-45 प्रतिशत की बात कही जाती थी.
हिदुंत्व की क्रांति जरूरी
मुझे ये सुनकर दुख हुआ था. यहां हिदुंत्व की क्रांति जरूरी है. देश को तोड़ने वाली साजिश सबसे बड़ी कास्टिज्म है. समूचा राष्ट्र एक मुट्ठी बने. उन्होंने हिंदू राष्ट्र की वकालत करते हुए कहा कि हिंदू राष्ट्र में सबको अपने-अपने मजहब को पालन करने का अधिकार रहेगा. हिंदू राष्ट्र में गौमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा प्राप्त होगा. हिंदू राष्ट्र में जाति-पाति, भेदभाव वाली राजनीति शून्य होगी. हिंदू राष्ट्र में ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’… जैसे नारे नहीं लगेंगे. कोई भी तिरंगे का अपमान नहीं कर सकेगा.
दिल्ली से वृंदावन तक करेंगे पदयात्रा
धाीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि वह दिल्ली से वृंदावन की तक पदयात्रा करेंगे. हिंदुओं को एक करने के लिए पदयात्रा होगी. उन्होंने कहा, ‘बच्चे दो ही अच्छे’ का नारा हम मान लेंगे, लेकिन चच्चे के 30 बच्चे क्यों? बच्चो की क्वांटिटी चाहे जैसे हो, क्वालिटी अच्छी होनी चाहिए. बाबा बागेश्वर ने कहा कि हमारा बच्चा कट्टर हिंदू बने. एक हाथ में गीता-पुराण तो एक हाथ में संविधान का नारा बुलंद होना चाहिए. उन्होंने कहा कि बच्चों को रामचरितमानस पढ़नी चाहिए. आजकल के बच्चे रामायण को भूलकर मोबाइल-टीवी में लगे हुए हैं. समाज में पास चित्र संस्कृति का असर बढ़ रहा है, जो बीवियों को बर्बाद कर रहा है.
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