NCL की भर्ती में घोटाला,सिलेक्टेड 88 में से 65 कैंडिडेट्स एक ही सेंटर के, इसी सेंटर पर प्रश्नपत्र भी बेचें गए

सिंगरौली। मध्यप्रदेश के सिंगरौली में नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की भर्ती में हुई धांधली के मामले में जबलपुर सीबीआई ने NCL सिंगरौली के दो बड़े अफसरों पर एफआईआर दर्ज की है.इन अफसरों पर भर्ती प्रक्रिया का पालन नहीं करने का आरोप है. सीबीआई ने NCL के जिन अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उनमें नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड सिंगरौली के तत्कालीन जीएम चार्ल्स जस्टर और  मैनेजर (रिक्रूटमेंट)हर्षवर्धन मिश्रा शामिल हैं.

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NCL ने 2020-21 में माइनिंग सरदार सहित ग्रुप सी के 88 पदों के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था.इसके लिए उत्तरप्रदेश के वाराणसी,सोनभद्र,मध्यप्रदेश के सिंगरौली और जबलपुर में 08 नवंबर 2020 को लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया था. नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के अफसरों पर इस परीक्षा से जुड़े  प्रश्नपत्रों को परीक्षा से एक दिन पहले बेचने के भी आरोप हैं.सीबीआई को दिए गए शिकायती आवेदन में बताया गया है कि वाराणसी के एक होटल में परीक्षा प्रश्नपत्रों को बेचा गया.

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चयनित कैंडिडेट्स में 65 एक ही सेंटर से

NCL द्वारा भर्ती का नोटिफिकेशन जारी करने के बाद लिखित परीक्षा के लिए कुल 4594 अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन दिया था. परीक्षा में भाग लेने के वाले 3539 अभ्यर्थियों में से जिन 88 अभ्यर्थियों को चयनित किया गया था, उनमें से 65 अभ्यर्थी ऐसे हैं जिनका परीक्षा केंद्र वाराणसी था.आरोप लगाया गया है कि परीक्षा का पूर्णांक 100 था इन सभी अभ्यर्थियों के अंक 90 या उससे अधिक हैं जबकि इनमें से कुछ अभ्यर्थियों के अकादमिक रिकॉर्ड  औसत रूप से इसकी तुलना में कम हैं.

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मानक प्रक्रिया का पालन नहीं,बिना अप्रूवल तैयार हुआ प्रश्नपत्र

NCL अफसरों पर भर्ती प्रक्रिया का पालन सही तरीके से नहीं करने का आरोप है.आरोप है कि माइनिंग सरदार की परीक्षा से जुड़े सिलेबस को वेबसाइट में अपलोड करने के पहले संबंधित कार्यकारी निदेशक का अप्रूवल जरूरी है लेकिन 03-10-2020 को पब्लिश कर दिया गया जबकि सिलेबस का अप्रूवल 05-10-2020 को हुआ.

माइनिंग सरदार की लिखित परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र तैयार करने में भी मानक प्रक्रिया को नजरअंदाज किया गया है.NCL के अफसरों पर बिना अप्रूवल लिए इन प्रश्नपत्रों को तैयार करने का आरोप है. यह भी आरोप लगाया गया है कि परीक्षा की प्रक्रिया के अनुसार जो मॉडल प्रश्नपत्र  वेबसाइट पर सिलेबस के साथ अपलोड किए जाने थे वे अपलोड ही नहीं किए गए.इसके अलावा परीक्षा में जितनी OMR शीट का उपयोग नहीं किया गया उन्हें लेकर भी NCL के अफसर सवालों के घेरे में हैं.

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चयनित अभ्यर्थियों में अफसरों के करीबी शामिल

माइनिंग सरदार सहित ग्रुप सी के लिए जिन अभ्यर्थियों का चयन किया गया था। उनमें से कई अभ्यर्थियों के रिलेटिव उस समय या तो कोल इंडिया लिमिटेड में कार्यरत थे या कोल इंडिया लिमिटेड की किसी सब्सिडरी कंपनी में. इनमें से 11 ऐसे अभ्यर्थी हैं जो छत्तीसगढ़ के भटगांव से जुड़े हैं.तत्कालीन महाप्रबंधक चार्ल्स जस्टर यहां भी पहले पदस्थ रह चुके हैं.

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