रात 3:30 बजे बाइक से निकले बागेश्वर बाबा, किसकी तैयारी कर रहे हैं धीरेंद्र शास्त्री?

मध्य प्रदेश के छतरपुर बागेश्वर धाम पर 19 फरवरी से कलश यात्रा के साथ बुंदेलखंड महाकुंभ का शुभारंभ हो गया है. बागेश्वर धाम गड़ा में छठे बुंदेलखंड महाकुंभ का आयोजन 19 से 26 फरवरी तक किया जाना है. यह आयोजन एक ऐतिहासिक होने जा रहा है, जिसमें 23 फरवरी को भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बागेश्वर धाम पर 100 बेड के बनने वाले कैंसर हॉस्पिटल का भूमि पूजन करेंगे.

बागेश्वर धाम पर 26 फरवरी के महाशिवरात्रि के अवसर पर भारत की राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू 251 बार वधु को आशीर्वाद देने बागेश्वर धाम आएगी. अवसर की तैयारियां व्यापक रूप से लगभग 100 एकड़ से ज्यादा जमीन पर चल रही है. तैयारियों का निरीक्षण करने बागेश्वर महाराज मोटरसाइकिल बुधवार की रात्रि 3:30 बजे अचानक आयोजन स्थल पहुंच गए. इस दौरान उनके साथ सुरक्षा कर्मी और शिष्य परिषद भी मौजूद थे.

पैदल चलकर किया पंडाल का निरीक्षण

बागेश्वर महाराज कार्यक्रम स्थल में पहुंचकर कथा पंडाल का निरीक्षण किया. इसके अलावा मंच मोदी जी और राष्ट्रपति जी के लिए बना रहे ग्रीन रूम, भक्तों के बैठने की व्यवस्था कथा पंडाल में आने और भक्तों के जाने की गेटों की व्यवस्था का निरीक्षण किया. साथ ही सड़क के दूसरे किनारे बने हुए 18 पुराण के झोपड़िया, कन्याओं के लगने वाले उपहार, मैदान होने वाले वैवाहिक कार्यक्रम के मंडप, भक्तों को प्रसादी ग्रहण करने की लिए अन्नपूर्णा का कन्याओं के तैयार होने वाली जर्मन डॉम सहित विभिन्न जगहों पर उन्होंने मोटरसाइकिल से पहुंचकर और पैदल चलकर निरीक्षण किया.

धाम समिति सदस्यों को दिए निर्देश

निरीक्षण के दौरान मौजूद धाम समिति सदस्यों से उन्होंने कहा कि आने वाले लाखों की संख्या में श्रद्धालु भक्तों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए. छतरपुर के बागेश्वर धाम में बुधवार को बुंदेलखंड महाकुंभ का कलश यात्रा के साथ हुई. गांव की सिद्ध माता मंदिर से शुरू हुई कलश यात्रा सभी मंदिरों से होते हुए यज्ञ स्थल तक पहुंची.

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