उत्तर प्रदेश के बरेली में एक दर्दनाक हादसे ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया. भाई की मौत के बाद उसकी बहन ने पोस्टमार्टम हाउस में उसकी बेजान कलाई पर राखी बांधी और फूट-फूटकर रोने लगी. ऐसे में वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखें नम हो गईं. कानपुर के थाना गोविंद नगर के रहने वाले सतीश चंद्र शर्मा उत्तराखंड के रुद्रपुर स्थित गणेश इको स्पेयर लिमिटेड कंपनी में काम करते थे.
सतीश गुरुवार की रात अपने दोस्तों जयचंद्र, अनिल गुप्ता और जोगेंद्र के साथ शादी समारोह से लौट रहे थे. इस दौरान उनकी कार बरेली के शीशगढ़-धनेटा मार्ग पर गांव बूंची के पास तेज रफ्तार होने के कारण अनियंत्रित होकर पहले बिजली के पोल से टकराई और फिर सड़क किनारे खड़ी मिक्सर मशीन से भिड़ गई. हादसे में कार सवार सभी लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.
पोस्टमार्टम हाउस में मंजर हुआ भावुक
मौके पर पहुंची पुलिस ने चारों घायलों को फतेहगंज पश्चिमी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया. अस्पताल में डॉक्टरों ने सतीश चंद्र शर्मा, जयचंद्र और अनिल गुप्ता को मृत घोषित कर दिया. वहीं, जोगेंद्र की गंभीर हालत को देखते हुए उसे बरेली रेफर कर दिया गया. हादसे की सूचना मिलते ही मृतकों के परिवारों में कोहराम मच गया. शनिवार शाम सतीश चंद्र की बहन दिल्ली से बरेली पोस्टमार्टम हाउस पहुंची. भाई का शव देखते ही वह बेसुध होकर गिर पड़ी. मां और पिता ने किसी तरह उसे संभाला, लेकिन जब उसे अहसास हुआ कि भाई अब कभी लौटकर नहीं आएगा तो उसकी चीखों ने वहां मौजूद सभी लोगों को रुला दिया.
लाश पर राखी बांध बिलख पड़ी बहन
भाई के शव के पास बैठकर बहन ने उसकी कलाई पर राखी बांधी और फफक-फफक कर रोने लगी. युवती ने रोते हुए कहा भैया ये राखी मैंने बड़े प्यार से खरीदी थी,लेकिन इस साल रक्षाबंधन पर तुम्हें बांध नहीं सकी. ऐसे में अब इसे बांध रही हूं, लेकिन तुम तो जवाब भी नहीं दोगे. तुम मेरे रक्षक थे, ऐसे कैसे छोड़कर जा सकते हो भैया. उठो ना यह कहते-कहते वह बेसुध होकर भाई के शव पर गिर पड़ी. पोस्टमार्टम हाउस में मौजूद लोगों ने उसे संभाला लेकिन उसकी चीखें थमने का नाम नहीं ले रही थीं. इस दौरान वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम थीं.
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
इस हादसे ने परिवार की खुशियां छीन लीं. माता-पिता अपने जवान बेटे को खोकर बदहवास थे. बहन की हालत सबसे ज्यादा खराब थी. भाई की मौत के बाद उसने उसके अंतिम संस्कार से पहले उसे राखी बांधकर अपनी अंतिम विदाई दी. यह मंजर जिसने भी देखा उसकी आंखों से आंसू छलक पड़े. बरेली के इस दर्दनाक हादसे ने राखी के दिन बहन को जिंदगीभर का जख्म दे दिया.
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