‘दीवारों में मुझे कैद करके रख दिया’… दूर हुई शिकायत, IAS नेहा मारव्या को 14 साल में पहली बार मिली फील्ड पोस्टिंग

भोपाल : राज्य सरकार ने सोमवार देर रात मुख्यमंत्री के सचिव सहित 42 आईएएस अधिकारी बदले दिए। मुख्यमंत्री सचिवालय में दूसरी बार बड़ा बदलाव किया गया है। सीएम के सचिव भारत यादव की जगह आयुक्त खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण सिबि चक्रवर्ती को मुख्यमंत्री का सचिव बनाया गया है।

वहीं भरत यादव को एमडी मप्र सड़क विकास निगम बनाया गया है। अविनाश लवानिया का एमडी मप्र सड़क विकास निगम (एमपीआरडीसी) से तबादला कर मप्र पावर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड जबलपुर का एमडी बनाया गया है। इससे पहले सीएम के प्रमुख सचिव स्तर पर बदलाव किया गया था और राघवेंद्र सिंह व संजय शुक्ला को सीएम सचिवालय से मुक्त किया गया था।

इसी सूची में प्रदेश के 12 जिलों के कलेक्टर भी बदले गए हैं। इनमें तीन महिला अधिकारी हैं। 2015 बैच के आईएएस अधिकारियों को भी कलेक्टर की जिम्मेदारी दी गई है। सूची में मुख्य सचिव अनुराग जैन की छाप दिखाई दे रही है। परिवहन सचिव मनीष सिंह को जेल विभाग के साथ परिवहन विभाग का सचिव बनाया गया है।

मनीष रस्तोगी से विवाद के चलते नेहा को नहीं बनाया गया था कलेक्टर

  • नेहा मारव्या अपनी बेबाकी के कारण हमेशा चर्चा में रही हैं। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव रहते मनीष रस्तोगी से नेहा का विवाद हो गया था। उन्होंने रस्तोगी से युवा आईएएस अधिकारियों से भेदभाव के आरोप तक लगाए थे।
  • हाल ही में हुई आईएएस मीट के दौरान आईएएस अधिकारियों के इंटरनेट मीडिया ग्रुप में भी नेहा ने अपनी पीड़ा व्यक्त की थी। उन्होंने लिखा था कि दीवारों में मुझे कैद करके रख दिया है। 14 साल में एक बार भी फील्ड की पोस्टिंग नहीं दी गई।
  • उन्होंने कहा था कि पंचायत, ग्रामीण विकास और राजस्व विभाग में बिना काम के उन्हें बैठाया गया। हालांकि वे फील्ड की पोस्टिंग पाने के लिए मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव से मिली थीं और मुख्य सचिव अनुराग जैन को भी लिखित में निवेदन किया था।
  • बहरहाल, 42 आईएएस अधिकारियों के तबादलों में मुख्य सचिव अनुराग जैन की झलक भी दिखाई दे रही है, जिन्होंने युवाओं और महिलाओं को बड़ी संख्या में कलेक्टर के पद पर तैनात किया है।

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