वाराणसी सामूहिक हत्याकांड: राजेंद्र गुप्ता से क्यों नफरत करते थे जुगनू और विक्की, किराएदार ने बताईं कई वजह

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 5 नवंबर को हुए गुप्ता फैमिली मर्डर केस (Varanasi Mass Murder) में नया अपडेट सामने आया है. मृतक राजेंद्र गुप्ता (Rajendra Gupta) के यहां 12 सालों से रह रहे किराएदार पंकज मिश्रा ने कई अहम जानकारियां इस केस में Tv9 भारतवर्ष को दीं. इस केस में पुलिस को राजेंद्र गुप्ता के दोनों भतीजों पर शक है, जिनका नाम जुगनू और विक्की है. विक्की फिलहाल फरार है जबकि जुगनू पुलिस की हिरासत में है.

किराएदार पंकज ने बताया कि गुप्ता फैमिली हत्याकांड में क्यों विक्की और जगनू पर पुलिस को शक है. पंकज ने बताया- जुगनू और विक्की को राजेंद्र गुप्ता से नफरत थी. उसकी वजह यह भी थी और राजेंद्र उन दोनों से जब भी कोई बात करता तो गालियां देकर ही करता. हमेशा उन्हें मां और बहन की गालियां देता था. जो कि दोनों भाइयों को बिल्कुल भी पसंद नहीं थीं. गर्मी के दिनों में छोटी छोटी तलती पर दोनों भाइयों को धूप में बांधकर मारता था.

किराएदार ने बताया- बर्थडे जैसी छोटी छोटी खुशियों के लिए जुगनू और विक्की तरस गए थे. यहां तक कि बड़ी बहन डॉली की शादी भी विक्की और जुगनू ने मिलकर की थी. लाखों रुपये महीने की आमदनी होने के बावजूद राजेंद्र ने उनकी एक रुपये की मदद नहीं की. समाज के दबाव में शादी में खड़े जरूर रहे लेकिन इसके अलावा दूसरी कोई मदद नहीं की.

‘धौंस दिखाता था राजेंद्र’

पंकज ने आगे बताया- राजेंद्र दोनों भाइयों को सम्पत्ति से बेदखल करने की धौंस दिखाता था. इसी बात से दोनों भाई डरते थे. अपनी दादी से भी वो इसका जिक्र करते थे लेकिन दादी भी विवश थीं. एक दिन तो विक्की अपने बर्थडे का केक छुपा कर मेरे घर लाया और कहा कि अंकल इसको फ्रीज में रख दीजिए बड़े पापा देखेंगे तो गाली देने लगेंगे.

राजेंद्र गुप्ता का खौफ उसके परिवार के साथ साथ चालीस से ज्यादा किरायेदारों पर भी था. नाम न बताने की शर्त पर एक अन्य किरायेदार ने कहा कि राजेंद्र तुनक मिजाजी था और किसी से भी गाली देकर ही बात करता था.

क्या कहना है पुलिस का

पुलिस सूत्रों के मुताबिक राजेंद्र की मां शारदा देवी ने बयान दिया है कि दीपावली के दिन विक्की उनसे मिलने आया था और राजेंद्र को मारने की बात कर रहा था. शारदा ने उसे समझाया था कि उसके पास बस यही एक बेटा है. इस तरह के ख्याल मन से निकाल दो. दीपावली है फिर गोधना है उसके बाद छठ में राजेंद्र के बड़े जने के नाम से सूप चढ़ना है केला का पूरा घौर चढ़ना है. 28 साल पहले जो हुआ वो बहुत दुःखद तथा लेकिन अब जीवन में आगे देखना है. शारदा देवी ने इस बात की भी तस्दीक की है कि वो 28 साल पहले हुई अपने मां-पिता की हत्या का बदला लेना चाहता है.

शारदा देवी के समझाने के बाद विक्की चला गया. गली के ही रहने वाले एक व्यक्ति ने दीपावली वाले दिन विक्की को दो अंजान लोगों के साथ देखा था.पुलिस विक्की को इस वजह से भी मास्टर माइंड मान रही है क्योंकि उसका मोबाइल स्विच ऑफ है और वो फरार है. उसकी धरपकड़ के लिए बेंगलुरु, गुजरात और महाराष्ट्र में टीमें लगी हैं. वहीं, उसका भाई जुगनू पुलिस की हिरासत में है.

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