सलमान खान की फिल्म में गाने के लिए मिले थे 76 रुपये, अपनी आवाज से शारदा सिन्हा ने बॉलीवुड में बिखेरा सुरों का जादू
मशहूर फोक सिंगर शारदा सिन्हा का निधन हो गाया है. वो 72 साल की थीं. भोजपुरी, मैथिली और मगही भाषाओं में उन्होंने कई गाने गए हैं. अपनी आवाज से लोगों में खुशियां बांटने वाली शारदा सिन्हा ने बॉलीवुड में भी अपना कमाल दिखाया है. लेकिन अपनी गृहस्थी संभालते हुए, ससुराल और मायके का खयाल रखते हुए, गाने में अपना करियर बनाने वाली इस लीजेंडरी गायिका ने बॉलीवुड से दूरी बनाए रखी थी. अपनी पूरी जिंदगी संगीत को समर्पित करने वाली शारदा सिन्हा ने बॉलीवुड के लिए बहुत कम गाने गाए हैं. सलमान खान की फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ के गाने से उन्होंने हिंदी फिल्मों में अपना डेब्यू किया था. इस गाने के लिए उन्हें महज 76 रुपये मिले थे. लेकिन ‘कहे तोसे सजना’ के बाद 5 साल तक शारदा सिन्हा ने बॉलीवुड की फिल्मों में कोई गाना नहीं गाया.
अपने करियर के शुरुआती दिनों में शारदा सिन्हा ने भोजपुरी फिल्मों के लिए भी कई गाने गाए थे. एक भोजपुरी फिल्म के गाने की रिकॉर्डिंग करने शारदा सिन्हा मुंबई गई थीं. वहां सुरेश वाडकर के साथ उन्हें डुएट गाना रिकॉर्ड करना था. वो शारदा सिन्हा का पहला डुएट गाना था. जब वो रिकॉर्डिंग स्टूडियो में गाना रिकॉर्ड कर रही थीं तब उस स्टूडियो में राज कुमार बड़जात्या के ऑफिस से एक लड़का आया और उस लड़के ने शारदा सिन्हा से कहा कि उन्हें राजश्री प्रोडक्शन वालों ने मिलने बुलाया है. शारदा सिन्हा को तब इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि उन्हें राजश्री प्रोडक्शन में क्यों बुलाया जा रहा है.
76 रुपये में बॉलीवुड डेब्यू
जब शारदा सिन्हा को पता चला कि राज कुमार बड़जात्या के पिता ताराचंद बड़जात्या को उनका ‘श्रद्धांजलि’ गाना बहुत पसंद है तब वो दंग रह गईं. ताराचंद बड़जात्या चाहते थे कि शारदा सिन्हा राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म के लिए गाए. तब सलमान खान की फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ लगभग पूरी हो चुकी थी. हालांकि उस समय इस फिल्म का नाम ‘प्यार का वरदान’ था. शारदा सिन्हा ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब उन्हें राजश्री प्रोडक्शन से ऑफर मिला था, तब वो घबरा गई थीं. उन्हें इस तरह से हिंदी फिल्मों के लिए गाना नहीं आता था. उन्हें भाषा को लेकर भी डर लग रहा था. लेकिन फिर भी उन्होंने गाने की एक सिटिंग की. जहां राजश्री की तरफ से संगीतकार राम-लक्ष्मण और असद भोपाली मौजूद थे. सबसे पहले भाग्यश्री के साथ मिलकर उन्हें वो सीन भी दिखाया गया, जिसमें इस गाने का इस्तेमाल होना था और फिर शारदा सिन्हा ने ये गाना गाया और वो सभी को पसंद आ गया. दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक इस गाने के लिए उन्हें महज 76 रुपये मिले थे. आज से 35 साल पहले रिलीज हुई सलमान खान की इस फिल्म का बजट 1 करोड़ रुपये का था.
पांच साल बाद गाया दूसरा फिल्मी गाना
राजश्री फिल्म की वजह से ही शारदा सिन्हा को अपना दूसरा बॉलीवुड गाना गाने का मौका मिला. उनकी आवाज से प्रभावित हुए बड़जात्या परिवार ने उनकी साल 1994 में रिलीज हुई फिल्म ‘हम आपके हैं कौन’ के ‘बाबुल’ गाने के लिए शारदा सिन्हा से संपर्क किया और वो भी बड़ी खुशी से ये गाना गाने के लिए तैयार हो गईं.
गैंग्स ऑफ वासेपुर 2 के गाने के लिए दी अपनी आवाज
‘हम आपके हैं कौन’ के बाद सीधे 18 साल बाद ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ के लिए शारदा सिन्हा का गाया हुआ गाना ‘तार बिजली से पतले’ काफी मशहूर हुआ. इस गाने के लिए ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ की संगीतकार स्नेहा खानवलकर मुंबई से खुद शारदा सिन्हा के घर गई थीं. जब उनके सामने शारदा सिन्हा ने गाने की दो लाइन गाकर सुनाईं तब वही पर स्नेहा ने ये गाना उन्हें ऑफर किया. फिर दो साल बाद सोहा अली खान की फिल्म चरफुटिया छोकरे के ‘कौन सी नगरिया’ गाने के लिए उन्होंने अपनी आवाज दी.
कागज और महारानी 2 में भी दिखाया अपना कमाल
बहुत कम लोग जानते हैं कि शारदा सिन्हा ने साल 2021 में रिलीज हुई पंकज त्रिपाठी की फिल्म ‘कागज’ के एक गाने के लिए अपनी आवाज दी है और जब उन्हें ये गाना ऑफर हुआ था तब इस गाने से वो काफी कनेक्टेड महसूस कर रही थीं. इस गाने के बोल हैं,” सरकार विधवा बनावल की पति जिंदा रे सखिया”. ये फिल्म उस इंसान की कहानी है जिसे सरकार ने मृत घोषित किया है और वो अब खुद को जिंदा साबित करने के लिए संघर्ष कर रहा है. ये गाना जब शारदा सिन्हा को ऑफर हुआ था तब उनके मौत की अफवाहें वायरल हो रही थीं और इस बात से वो काफी खफा थीं. इसलिए जब इस गाने का ऑफर आया तब वो इसे गाने के लिए तुरंत मान गईं. महारानी 2 के लिए उनका गाया हुआ ‘निर्मोहिया’ गाना भी लोगों ने खूब पसंद किया.
बॉलीवुड के साथ अनोखा रिश्ता
शारदा सिन्हा से लोग अक्सर ये शिकायत करते थे कि वो हिंदी फिल्मों के लिए ज्यादा गाने क्यों नहीं गातीं? लेकिन उनका कहना था कि उनका बॉलीवुड से रिश्ता बड़ा ही प्यारा है, जब भी इस फिल्म इंडस्ट्री को उनकी जरूरत होगी, वो उन्हें आवाज दे देंगे और वो भी उनकी आवाज सुनकर उनके लिए गाना गाने पहुंच जाएंगी. लता मंगेशकर, अनुराधा पौडवाल, एसपी बालसुब्रमण्यम और श्रेया घोषाल के हिंदी गाने सुनना उन्हें बेहद पसंद था.
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