बिहार में शराबबंदी के बाद से आरोपी नशीले पदार्थ की सप्लाई के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं. वैशाली जिले से एक ऐसा ही मामला सामने आया है. जहां नशे की सप्लाई के लिए सुई और इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जा रहा था. पुलिस ने जानकारी के बाद आरोपी के धर पर छापा मारा तो नशीले पदार्थ की तस्करी के मामले का खुलासा हुआ. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
राज्य के अलग-अलग जिलों से अब तक अवैध शराब और नशे के लिए इस्तेमाल होने वाले कफ सीरप ही पकड़े जाते थे. वहीं पटना से सटे वैशाली जिले के हाजीपुर में नशे के धंधेबाज नशीली सुई का धंधा करने लगे हैं. बीते गुरुवार को वैशाली जिले के हाजीपुर औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस ने तीन धंधेबाजों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से नशीली सुई की खेप बरामद की गई है.
इस संबंध में वैशाली एसपी हर किशोर राय ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी है. वैशाली एसपी हर किशोर राय ने कहा कि बीते 23 अक्टूबर को वैशाली जिले के हाजीपुर औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि हाजीपुर के छोटी मड़ई निवासी ढोलन चौधरी पिता स्वर्गीय रामदेव चौधरी के घर मादक औषधि की बिक्री की जा रही है.
पुलिस तीन को किया अरेस्ट
सूचना मिलने पर औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस ढोलन चौधरी के घर पहुंची तो देखा कि घर के अंदर एक कमरे में तीन व्यक्त सुई इंजेक्शन निकाल रहे थे और उसकी गिनती कर रहे थे. बरामद सुई और इंजेक्शन के संबंध में पूछताछ करने पर कोई कागजात नहीं दिखा सके. वहीं आरोपियों ने पूछताछ में अपना नाम ढोलन चौधरी, अमित कुमार, प्रिंस कुमार बताया.
आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
दवा की जांच के लिए हाजीपुर के ड्रग इंस्पेक्टर को सूचित करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर और सामान जब्त कर थाना ले आए. जांच के बाद ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि बरामद सामान एनडीपीएस एक्ट के तहत साइको ट्रपिक पदार्थ है. इस संबंध में औधोगिक क्षेत्र थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा दिया गया.
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