सिवनी । जिले की बंडोल पुलिस ने एक शातिर आरोपित को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपित कान्हीवाड़ा थाना के कामता गांव का रहने वाला निवेश कुमार पुत्र खूबचंद सुपले (26) स्वयं को आयकर अधिकारी बताता था।
फर्जी पैनकार्ड देकर रुपये की ठगी कर रहा था
गांव के लोगों को फर्जी पैनकार्ड देकर रुपये की ठगी कर रहा था। पुलिस ने उसके पास से 88 फर्जी पैनकार्ड, एक बाइक, लैपटॉप और प्रिंटर जब्त किया है। न्यायालय में पेश करने के बाद आरोपित को जेल भेज दिया गया है।
13 अक्टूबर को थाने में लिखित आवेदन दिया था
बंडोल थाना प्रभारी राजेश दुबे ने बताया है कि 13 अक्टूबर को छिंदग्वार गांव निवासी संतकुमार सनोडिया, कुंजबिहारी सनोडिया ने थाने में लिखित आवेदन दिया था।
स्वयं को आयकर विभाग का अधिकारी बताया
गांव छिंदग्वार में एक व्यक्ति आकर स्वयं को आयकर विभाग का अधिकारी बताकर लोगों को फर्जी पैनकार्ड देकर रुपये वसूल रहा है। वह 13 अक्टूबर को भी गांव में आकर फर्जी पैनकार्ड दे रहा है।
घर पर बनाता था फर्जी पैनकार्ड
पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह स्वयं के घर कामता में फर्जी पैनकार्ड तैयार करता है। इसके बाद प्रिंटर मशीन से प्रिंट कर लैमिनेशन कर फर्जी पैनकार्ड को असली की तरह बनाता है। इसके बाद इन्हें गांव के लोगों को देकर रुपये की ठगी करता है।
एक पैनकार्ड के एवज में दो सौ रुपये
थाना प्रभारी ने बताया है कि एक पैनकार्ड के एवज में आरोपित दो सौ रुपये गांव के लोगों से वसूल करता था। इसकी जांच की जा रही है कि अब तक कितने लागों को उसने फर्जी पैनकार्ड देकर ठगी का शिकार बनाया है।
मोबाइल फोन में सर्च करने पर फर्जी निकला
आरोपित ने गांव के कोमल यादव को दिया पैनकार्ड मोबाइल फोन में सर्च करने पर वह फर्जी निकला है। इस पर पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंच कर संदेही निवेश सुपले को पुलिस अभिरक्षा में लिया।
आस-पास के गांवों में फैलाया मकड़जाल
थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपित ऐसे गांव के लोगों को अपना शिकार बनाता है, जिस गांव के लोग सीधे-साधे और कम पढ़े लिखे हों। इसी कारण उसने छिंदग्वार गांव में अपना ठिकाना बनाया था।
महिला थाने में पत्नी की शिकायत पर केस दर्ज
जांच में पता चला है कि आरोपित ने आसपास के अन्य गांवों में लोगों को ठगने के लिए मकड़जाल फैलाया है। थाना प्रभारी के अनुसार आरोपित के विरुद्ध कान्हीवाड़ा थाना में छेड़छाड़ और महिला थाना में पत्नी की शिकायत पर अपराध दर्ज है।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.