हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं. भारतीय जनता पार्टी प्रदेश में 48 सीटों पर जीत / बढ़त के साथ सरकार बनाने जा रही है. वहीं, एग्जिट पोल और राजनीतिक टिप्पणीकारों की चर्चाओं में जीत के बाद मंत्रीमंडल बना रही कांग्रेस 37 सीटोें पर सिमटती नजर आ रही है. 90 सीटों वाले प्रदेश में 2 सीटें आईएनएलडी और 3 निर्दलीय उम्मीदवारों के हिस्से गई है.
जिन 4 सीटों पर नरेंद्र मोदी ने रैली की
प्रधानमंत्री मोदी ने हरियाणा में 4 रैलियों को संबोधित किया. ये रैलियां कुरुक्षेत्र, सोनीपत, हिसार और पलवल में हुईं. इनमें से तीन इलाकों में बीजेपी की जीत हुई है जबकि 1 सीट पर भाजपा की निर्दलीय उम्मीदवार के हाथों हार हुई है. इस तरह प्रधानमंत्री मोदी का स्ट्राइक रेट तकरीबन 75 फीसदी रहा है.
1. कुरुक्षेत्र – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार की शुरुआत कुरुक्षेत्र से की थी. कुरुक्षेत्र अपने आप में कोई सीट नहीं है लेकिन इस जिले के अंतर्गत आने वाली चर्चित लाडवा सीट पर (जहां से सीएम नायब सिंह सैनी उम्मीदवार थे) बीजेपी 16 हजार वोट के अंतर से जीत गई है.
2. हिसार – हिसार में भारतीय जनता पार्टी का प्रदर्शन काफी बुरा रहा. यहां बीजेपी के कमल गुप्ता तीसरे नंबर पर रहे. वहीं, निर्दलीय उम्मीदवार सावित्री जिंदल ने यहां करीब 19 हजार वोटों के अंतर से कांग्रेस पार्टी के राम निवास रारा को हरा दिया. सावित्री जिंदल के बेटे नवीन जिंदल बीजेपी से सांसद हैं.
3. पलवल – पलवल में भारतीय जनता पार्टी के गौरव गौतम ने जीत दर्ज किया है. गौतम ने करीब 33 हजार वोटों के अंतर से कांग्रेस के करन सिंह दलाल को यहां हरा दिया. इस तरह यहां प्रधानमंत्री मोदी का चुनाव प्रचार करना बीजेपी के लिए खुशगवार रहा.
4. सोनीपत – सोनीपत सीट पर भी भारतीय जनता पार्टी जीत गई. यहां से उम्मीदवार निखिल मदान ने कांग्रेस के सुरेंदर पंवार को करीब 30 हजार के वोटों से हरा दिया. सोनीपत में राहुल गांधी भी चुनाव प्रचार के लिए गए थे मगर यह सीट वह नहीं निकाल पाए.
जिन 8 सीटों पर राहुल गांधी ने रैली की
जहां तक कांग्रेस नेता राहुल गांधी की बात है, उन्होंने हरियाणा में कुल 8 रैलियां की. राहुल ने जिन सीटों पर सीधे तौर पर चुनाव प्रचार किया, उनमें से 5 पर बीजेपी की जीत हुई है जबकि तीन सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी जीत दर्ज करने में सफल रहे हैं. इस तरह राहुल गांधी का स्ट्राइक रेट करीब 38 फीसदी रहा है.
1. महेन्द्रगढ़ – महेन्द्रगढ़ में राहुल गांधी का प्रचार करना कांग्रेस को उस तरह लाभ नहीं दिला सका. यहां से कांग्रेस के राव दान सिंह को भारतीय जनता पार्टी के कुंवर सिंह ने करीब 2 हजार 600 वोटों के अंतर से हरा दिया.
2. नूंह – नूंह में कांग्रेस के आफताब अहमद को बड़ी जीत जरूर मिली. उन्होंने इंडियन नेशनल लोक दल यानी आईएनएलडी के ताहिर हुसैन को करीब 47 हजार वोटों से हराया है. यहां राहुल का चुनाव प्रचार पार्टी के लिए फायदे का सौदा रहा है.
3. सोनीपत – जैसा हमने बताया, सोनीपत में प्रधानमंत्री मोदी ने भी चुनाव प्रचार किया था और राहुल गांधी ने भी अपने प्रत्याशी के लिए वोट मांगा था. पर यहां बीजेपी के निखिल मदान ने जीत दर्ज की. निखिल ने कांग्रेस के सुरेंदर पंवार को करीब 30 हजार के वोटों से हरा दिया.
4. गोहाना – जहां के जलेबी की चुनाव में खूब चर्चा रही, राहुल चुनाव प्रचार के लिए राहुल खुद गए, उस गोहाना में भी भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को पटखनी दे दी. यहां बीजेपी के अरविंद शर्मा ने करीब 10 हजार वोटों के अंतर से कांग्रेस के जगबीर सिंह मलिक को हरा दिया.
5. थानेसर – कुरुक्षेत्र जिले की थानेसर विधानसभा में भी राहुल का प्रचार करना कांग्रेस को रास आया है. यहां कांग्रेस के अशोक अरोरा ने भारतीय जनता पार्टी के सुभाष सुधा को करीब 3 हजार वोटों के अंतर से हरा दिया है.
6. नारायनगढ़ – राहुल गांधी ने जिस नारायनगढ़ सीट पर चुनाव प्रचार किया था, वहां से कांग्रेस की शैली चौधरी जीत गई हैं. उन्होंने करीब 15 हजार वोटों के अंतर से भारतीय जनता पार्टी के पवन सैनी को हराया है.
7. बरवाला – हिसार जिले की बरवाला सीट पर भी राहुल का प्रचार उस तरह काम नहीं आया. यहां से भारतीय जनता पार्टी के रनबीर गांगवा ने करीब 27 हजार वोटों के अंतर से कांग्रेस के रामनिवास घोरेला को मात दे दिया. यहां तीसरे नंबर पर आईएनएलडी रही.
8. असांध – करनाल जिले के अंतर्गत आने वाली असांध सीट ही से राहुल गांधी ने चुनाव अभियान की शुरुआत की थी. बावजूद इसके यह सीट कांग्रेस नहीं जीत पाई. यहां से भारतीय जनता पार्टी के योगिंदर सिंह राना की जीत हुई है.
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