तिरुपति बालाजी के प्रसाद की पवित्रता भंग होने के विरोध में सड़क पर उतरे साधु-संत व लोग

 देवास। सनातन धर्म की आस्था के केंद्र श्री तिरुपति बालाजी के प्रसाद में चर्बी युक्त घी के प्रयोग से आक्रोश है। हिन्दू धर्म आस्था को चोट पहुंचाने वाले दोषियों को फांसी की सजा की मांग को लेकर साधु, संतों के साथ लोग मंगलवार को सड़क पर उतर आए।

आक्रोश रैली निकालकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन दिया गया। इंदौर छत्रीबाग वेंकटेश मंदिर नागौरिया पीठाधीश्वर स्वामी विष्णु प्रपन्नाचार्य महाराज ने आह्वान किया था।

इसके चलते वैश्य महासम्मेलन खाटू श्याम सेवा समिति द्वारा रामद्वारा के संत रामचरण महाराज, मां चामुंडा पुजारी महंत सुरेश नाथ, कालीचरण महाराज की अगुवाई में गणेश देवस्थान मंडल, मारवाड़ी महिला संगठन सदस्य, विहिप, बजरंग दल पदाधिकारी सहित अनेक संगठन, संस्थाओं के पदाधिकारी की उपस्थिति में माता टेकरी सीढ़ी द्वार से रैली प्रारंभ होकर कलेक्टर कार्यालय पहुंची।

ज्ञापन में खाद्य सामग्री एवं पैकिंग सामग्री पर देवी-देवताओं के चित्र हटाने, खाद्य सामग्री होटल रेस्टोरेंट पर बड़े अक्षरों में शुद्ध शाकाहारी हिंदी में अंकित करने के लिए भी मांग की गई।

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