यूक्रेन के साथ जंग के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने तीसरी बार अपनी सेना की संख्या बढ़ाने के आदेश दिए हैं. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सेना में 180,000 और भर्ती कर 1.5 मिलियन सक्रिय सैनिक करने का आदेश दिया है. इस आदेश के लागू होने के बाद रूस के पास चीन के बाद दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी सेना होगी.
रूस आधिकारिक वेबसाइट पर ये जानकारी दी गई है और बताया गया है कि ये आदेश इस साल दिसंबर तक लागू होगा और सशस्त्र बलों की कुल संख्या 2.38 मिलियन की जाएगी. दिसंबर 2023 में भी पुतिन ने इस तरह का आदेश जारी किया था, जिसके तहत रूसी सेना में कुल कर्मचारियों की संख्या बढ़ाकर 2.2 मिलियन से ज्यादा कर दी गई थी, जिसमें 1.3 मिलियन सैनिक शामिल थे.
भारत-अमेरिका को पीछे छोड़ दुनिया की दूसरी बड़ी सेना
सैन्य थिंक टैंक इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज (IISS) के आंकड़ों के मुताबिक इस बढ़ोत्तरी के बाद रूस के पास अमेरिका और भारत के मुकाबले ज्यादा सक्रिय सैनिक होंगे और इसकी सेना चीन के बाद दूसरे नंबर की बढ़ी सेना बन जाएगी. IISS के मुताबिक चीन के पास 2 मिलियन से ज्यादा सक्रिय ड्यूटी सैनिक हैं.
तीसरी बार सैनिकों की संख्या बढ़ाने के आदेश
करीब तीन साल पहले शुरू हुए यूक्रेन युद्ध के बाद से ये तीसरा ऐसा आदेश है, जहां पुतिन ने सेना की संख्या बढ़ाने की बात कही है. ये आदेश ऐसे मौके पर आया है जब ये जंग अपने चरम पर है और रूसी सेना पूर्वी यूक्रेन में आगे बढ़ रही है और यूक्रेनी सेना को रूस के कुर्स्क क्षेत्र से पीछे खदेड़ने की कोशिश कर रही है.
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने बताया कि यह कदम पश्चिम द्वारा मास्को के खिलाफ छेड़े जा रहे प्रॉक्सी युद्ध का नतीजा है. पेस्कोव ने कहा, “हमारे देश की सुरक्षा निश्चित रूप से सुनिश्चित की जानी चाहिए.” बता दें कि रूस आरोप लगा रहा है कि यूक्रेन के साथ साथ पश्चिमी देश चरमपंथी संगठनों को भी रूस के खिलाफ ऑपरेशन चलाने के लिए मदद कर रहे हैं.
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