किसी रेप पीड़िता के साथ जब इस तरह का वहशीपन किया जाता है तो उसके लिए जिन्दगी में आगे बढ़ पाना बहुत मुश्किल हो जाता है, लेकिन और भी ज्यादा मुश्किल तब होती है जब जिन्दगी में आगे बढ़ने के बाद भी आपका खौफनाक अतीत आपकी आंखों के सामने आकर खड़ा हो जाए और फिर से आपका जीवन वहीं आ जाए जहां से आपने शुरुआत की थी. कुछ ऐसा ही हुआ झांसी की एक रेप पीड़िता के साथ.
उत्तर प्रदेश के झांसी में एक रेप पीड़िता अपने माता-पिता के साथ कोर्ट आई थी. 9 साल पुराने रेप केस में सुनवाई के लिए पीड़िता माता-पिता के साथ आई थी. साल 2015 में पीड़िता नाबालिग थी जब उसका अपहरण कर उसके साथ गैंगरेप किया गया था. मामले में मुख्य आरोपी कमल कुशवाहा एमपी के शिवपुरी क भौंती के गांव मुहार का रहने वाला है. वहीं दूसरा आरोपी बंटी कुशवाहा झांसी का ही निवासी है. इस मामले में एक महिला आरोपी भी थी जो पीड़िता की रिश्तेदार थी, वह फरार है.
शादी के बाद मायके आई थी पीड़िता
मामला में कुछ महीने बाद ही कमल और बंटी को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी. वहीं दूसरी तरफ पीड़िता के बालिग होने के बाद उसके घरवालों ने उसकी शादी कर दी थी. पीड़िता की शादी झांसी के बाहर की गई थी, और ससुराल वालों और पीड़िता के पति को इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी. हालही में केस की सुनवाई के लिए पीड़िता कोर्ट आई थी, लेकिन वहां आरोपी ने पीड़िता की फोटो खींचकर उसके पति को भेज दी जिसके बाद पीड़िता का रिश्ता टूटने की कगार पर आ गया. एक बार फिर से आरोपी ने पीड़िता की जिंदगी बर्बाद करने की कोशिश की.
पीड़िता का रिश्ता टूटने की कगार पर
पीड़िता के घरवालों ने उसको ससुराल से रक्षा बंधन का बहाना कर के घर बुलाया था, लेकिन इस बात का पता लगने के बाद पीड़िता के पति ने उससे शादी तोड़ने की बात की है. मामले की जानकारी जैसे ही कोर्ट को लगी तो आरोपी के फोन की जांच करवाई गई. पता चला कि फोटो और वीडियो को सोशल मीडिया साइट इंस्टाग्राम पर भी अपलोड किया गया था. पीड़िता के पति को फोटो भेजने और वीडियो कॉल करने की भी पुष्टी हुई जिसके बाद कोर्ट ने आरोपी की जमानत निरस्त कर उसे वापस जेल भेज दिया. दूसरी तरफ पीड़िता के ससुराल पक्ष से भी बातचीत का दौर चल रहा है, लेकिन आरोपी की इस हरकत के बाद से पीड़िता फिर से वहीं आ गई है जहां से उसने ये लड़ाई शुरू की थी.
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