सिवनी रेलवे स्टेशन से निकलेगी मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना की स्पेशल ट्रेन, वरिष्ठ नागरिकों के लिए निःशुल्क

राष्ट्र चंडिका न्यूज सिवनी,  मध्य प्रदेश सरकार ने अपने वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक अनूठी योजना की शुरुआत की है, जिसे मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना के नाम से जाना जाता है। यह योजना प्रदेश के ऐसे वरिष्ठ नागरिकों को धार्मिक स्थलों की यात्रा कराने का अवसर प्रदान करती है, जो आयकरदाता नहीं हैं और जिनकी आयु 60 वर्ष या उससे अधिक है। महिलाओं के लिए इस आयु सीमा में दो वर्षों की छूट दी गई है। इस योजना के अंतर्गत राज्य सरकार नागरिकों को विभिन्न तीर्थ स्थलों पर नि:शुल्क यात्रा कराने की सुविधा प्रदान करती है।
सिवनी रेलवे स्टेशन से निकलेगी मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना की स्पेशल ट्रेन
वाराणसी (काशी)-अयोध्या तीर्थ स्थल के लिये चौदवीं ट्रेन सिवनी से 8 जनवरी को रवाना होगी। जिसमें सिवनी से 279, छिंदवाड़ा से 300 और बैतूल से 200 यात्री रवाना होगें। यह ट्रेन 13 जनवरी को वापस लौटेगी। छिंदवाड़ा से 16 जनवरी को 200 यात्री के साथ रामेश्वरम के लिये पंद्रहवीं ट्रेन रवाना होगी । जिसमें सिवनी-बैतूल से 200 और पंढुर्णा से 179 तीर्थ यात्री रवाना होगें। यह ट्रेन 21 जनवरी को वापस लौटेगी। वाराणसी (काशी)-अयोध्या तीर्थ स्थल के लिये अनूपपुर से सोलहवीं ट्रेन 279 यात्रियों के साथ 24 जनवरी को रवाना होगी। जिसमें शहडोल से 300 और उमरिया से 200 यात्री रवाना होगें। यह ट्रेन 29 जनवरी को वापस लौटेगी।
योजना का लाभ किन्हें मिलेगा?
इस योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ आवश्यक शर्तें हैं। योजना का लाभ प्रदेश के ऐसे वरिष्ठ नागरिकों को मिलेगा, जो आयकरदाता नहीं हैं और जिनकी आयु 60 वर्ष या इससे अधिक है। महिला तीर्थ-यात्रियों के मामले में आयु वर्ग में दो वर्ष की छूट दी गई है। यह योजना उन नागरिकों के लिए है जो धार्मिक स्थलों की यात्रा करना चाहते हैं लेकिन आर्थिक स्थिति के कारण ऐसा नहीं कर पाते।
यात्रा का उद्देश्य और महत्व
मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों को धार्मिक स्थलों की यात्रा का अवसर प्रदान करना है। यह योजना उन्हें जीवन के इस महत्वपूर्ण चरण में आस्था और श्रद्धा को सुदृढ़ करने का अवसर देती है। इसके माध्यम से नागरिकों को धार्मिक स्थलों के दर्शन के साथ-साथ सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहरों का भी अनुभव मिलता है।
इस योजना के माध्यम से सरकार वरिष्ठ नागरिकों के जीवन को समृद्ध बनाने का प्रयास कर रही है। तीर्थ यात्रा के दौरान नागरिकों को धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के स्थलों के बारे में जानकारी भी दी जाएगी, जिससे उनकी धार्मिक आस्था और अधिक सुदृढ़ होगी।
योजना का पंजीकरण और यात्रा प्रक्रिया
इस योजना का लाभ उठाने के लिए नागरिकों को पहले से पंजीकरण कराना आवश्यक है। पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद, चयनित यात्रियों को यात्रा की तिथि, समय और स्थान की जानकारी दी जाती है। उन्हें यात्रा के दौरान आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाती हैं, जिनमें भोजन, आवास और चिकित्सा सुविधाएं शामिल हैं।
यात्रा के दौरान सभी यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाता है। इसके लिए सरकार ने पर्याप्त व्यवस्थाएं की हैं, ताकि यात्री अपनी यात्रा को सुगम और सुरक्षित रूप से पूरा कर सकें।
Leave A Reply

Your email address will not be published.