जम्मू-कश्मीर के बारामूला में मंगलवार सुबह लगातार दो भूकंप के झटके महसूस किए गए. इससे लोगों में दहशत फैल गई और वे अपने घरों से बाहर निकल आए और अपने प्रियजनों को फोन करके उनका हालचाल पूछा. आज आए भूकंप में किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के बारामूला में आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.9 दर्ज की गई. साथ ही साथ पाकिस्तान के इस्लामाबाद में भी भूकंप के झटके लगे हैं.
स्थानीय मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पहला भूकंप 6 बजकर 45 मिनट पर आया. इसके कुछ ही मिनटों के भीतर दूसरा भूकंप आया. पहला भूकंप 34.37 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 74.16 डिग्री पूर्वी देशांतर पर आया. दूसरे भूकंप की तीव्रता 4.9 मापी गई और यह 6 बजकर 52 पर आया. भूकंप के झटकों का केंद्र बारामूला था और यह क्रमशः 5 और 10 किलोमीटर की गहराई पर था.
कश्मीर घाटी भूकंप जोन 5 में आती है
भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) की ओर से तैयार भूकंपीय जोनिंग मैप के अनुसार, भूकंप के खतरे को लेकर भारत को चार क्षेत्रों में विभाजित किया गया है. इन क्षेत्रों में से जोन 5 में सबसे अधिक भूकंपीय जोखिम है और जोन 2 में सबसे कम जोखिम है. कश्मीर घाटी और डोडा जिले के सभी जिले भूकंपीय जोन 5 में आते हैं और बाकी जिले भूकंपीय जोन 4 में आते हैं. 2005 में जम्मू और कश्मीर में एक बड़ा भूकंप आया था. इस भूकंप की तीव्रता 7.6 थी, जिसने जमकर तबाही मचाई थी. ये तबाही ज्यादातर सीमावर्ती गांवों खासकर बारामूला और कुपवाड़ा जिले में मची थी.
रूस में भी हिली थी धरती
अभी हाल ही में रूस में भूकंप से धरती कांप गई थी. यूरोपीय भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र (ईएमएससी) ने बताया था कि शनिवार को रूस के कामचटका क्षेत्र के पूर्वी तट 7.2 तीव्रता वाला भूकंप आया, जिसकी गहराई 51 किमी थी. भूकंप आने के तुरंत बाद सुनामी को लेकर अलर्ट जारी किया गया था. यूएस नेशनल सुनामी वॉर्निंग सेंटर ने भूकंप के बाद सुनामी का अलर्ट जारी किया था. हालांकि, रूस के आपातकालीन मंत्रालय की कामचटका ब्रांच ने बताया था कि कामचटका तट पर 7.2 तीव्रता के भूकंप के बाद सुनामी का कोई खतरा नहीं है.
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