बरसाती चप्पल तो दिला दूंगा, लेकिन… पति ने सैंडल नहीं खरीदी, शादी के 20 दिन बाद दुल्हन ने SP से की शिकायत
बिहार के पूर्णिया में अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां एक महिला शादी के महज 20 दिन में अपना ससुराल छोड़ एसपी के पास पहुंच गई. महिला ने ससुरालवालों के खिलाफ प्रताड़ना का आरोप लगाकर एसपी को आवेदन दिया. आवेदन में झगड़े की वजह उसने एक चप्पल बताई है. पूर्णिया एसपी ने यह मामला सुलझाने के लिए परिवार परामर्श केंद्र को भेजा, जहां इसे सुलझाया गया. पूरा मामला मरंगा थाना क्षेत्र के सौसा बस्ती का है.
युवती की शादी अररिया जिले के रानीगंज थाना क्षेत्र के पचरिया बस्ती के एक युवक से हुई थी. महिला ने बताया कि शादी के महज 20 दिन ही हुए थे कि उसकी चप्पल टूट गई. जब उसने अपने पति से नई चप्पल की मांग की तो पति ने मुझे नई चप्पल नहीं दिलाई. पति ने कहा कि तुम मुझे पसंद नहीं हो, जाओ अपने पिता से चप्पल मांग लो. वहीं, पति का कहना है कि वह सैंडल की डिमांड कर रही थी.
शादी के 20 दिन बाद पति गया पंजाब
महिला ने बताया कि शादी के 10 से 15 दिन बाद ही पति उसे छोड़कर पंजाब काम करने चला गया. इधर, जब अपनी सास से नई चप्पल मांगी तो उन्होंने पति से फोन कर मांगने को कहा. वहीं पति को फोन करने पर वह फोन ही नहीं उठाता था. जब उसने अपने सास पर फिर दबाव डाला तो उन्होंने अपने बेटे को फोन कर चप्पल का पैसा भेजने को कहा. वहीं बेटे की ओर से मां को कहा गया कि उसे चप्पल खरीदकर देकर आया हूं.
महिला ने बताया कि पति के पंजाब जाने के बाद सास किसी न किसी बात पर झगड़ा करने लगी थी. इस वजह से ससुराल से मायके आ गई. महिला ने परामर्श केंद्र को बताया कि ससुराल से आने के बाद उसकी सास ने अपने बेटे का कान भर दिया, जिसके बाद उसने फोन पर अनाप शनाप बोला.
वहीं परामर्श केंद्र ने जब इस बारे में पति से पक्ष जानना चाहा तो पति ने बताया कि वह गरीब मजदूर है. पंजाब में नौकरी कर अपनी मां और बहन का पेट पालता है. शादी में ही उसने अपनी पत्नी को नया चप्पल खरीदकर दिया था, जिसे 20 दिन भी ठीक से नहीं रख सकी और तोड़ दी. वह हवाई चप्पल देने को तैयार है, मगर इसकी डिमांड कीमती चप्पल की है.
पति ने बताया कि अभी बरसात का मौसम है, कीमती चप्पल भी टूट जाएगी. मगर पत्नी जिद पर कीमती चप्पल लेने पर ही अड़ी है, इसलिए मैंने चप्पल नहीं दिलाई. उसकी पत्नी छोटी-छोटी बात पर किचकिच करती है. मैं शादी कर घर मे लाया, ताकि वह मेरी मां की सेवा करे, मेरे परिवार के साथ मिल-जुलकर रहे. मगर वह झगड़ा करती रहती है.
परिवार परामर्श केंद्र ने दोनों को समझाया
परिवार परामर्श केंद्र के सदस्यों ने पति-पत्नी को समझाया कि शादी के महज 20 दिन बाद ही झगड़ा करना अच्छी बात नहीं है. परामर्श केंद्र ने अपना फैसला सुनाया कि अभी बरसात का समय है, इसलिए पति एक हवाई चप्पल खरीदकर देगा. वहीं बरसात के बाद एक अच्छा सैंडल खरीदकर देगा, जो उसकी पत्नी पार्टी या बाहर जाने में इस्तेमाल करेगी. इस फैसले के बाद दोनों पति-पत्नी साथ में रहने पर राजी हुए. विवाद सुलझाने में परामर्श केंद्र के सदस्य अधिवक्ता दिलीप कुमार दीपक, स्वाति वैश्ययंत्री, जीनत रहमान, रविंद्र शाह, नारायण कुमार गुप्ता और पुलिस इंस्पेक्टर बबन कुमार सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.