उत्तर प्रदेश के जालौन में रविवार सुबह कोंच कोतवाली क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसा हो गया, यहां बारिश के बीच मकान का लेंटर गिर गया, जिसमें पति-पत्नी और उनके दो बच्चे मलबे में दब गए. इस बीच फ्रिज का कंप्रेसर फट गया. इस हादसे में मां बेटे की मौत हो गई जबकि पिता और बेटी की हालत नाजुक बनी हुई है, जिसे देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को हायर सेंटर झांसी रेफर कर दिया गया है.
बताया जा रहा है कि लेंटर गिरने की आवाज सुनकर पड़ोस में रहने वाले उनके परिवार के लोग जाग गए और मौके पर पहुंचे. जहां उन्होंने देखा कि पति-पत्नी और दोनों बच्चों को मलबे में दबे हुए हैं. इसके बाद ग्रामीणों की मदद से सभी लोगों को किसी तरह बाहर निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया. जहां डॉक्टरों ने मां-बेटे को मृत घोषित कर दिया वहीं पिता और बेटी को गंभीर हालत में हायर सेंटर रेफर कर दिया. हादसे की सूचना मिलते ही जालौन के डीएम अपर पुलिस अधीक्षक पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच में जुट गए हैं.
मलबे में दबा पूरा परिवार
घटना कोंच कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मेहलुआ की है. जानकारी के मुताबिक गांव में रहने वाले 32 साल के अखिलेश का रविवार सुबह तेज धमाके के साथ मकान का लेटर गिर गया. इस हादसे में उनकी 30 साल की पत्नी मोहिनी, 12 साल की बेटी अदिति और 6 साल का बेटा देव मलबे में दब गए. ये हादसे तब हुआ जब सभी लोग सो रहे थे. इसी दौरान लेंटर गिरने के साथ फ्रिज का कंप्रेसर भी फट गया जिससे तेज धमाका हुआ. धमाके की आवाज सुनकर उसके पड़ोस में रहने वाले उसके चचेरे भाई मुकेश और आस पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे.
मां-बेटे की मौत, पिता और बेटी की हालत गंभीर
सभी ने मिलकर मलबे में दबे हुए लोगों को बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने मोहिनी और उसके बेटे देव को मृत घोषित कर दिया, जबकि अखिलेश और उसकी बेटी अदिति की गंभीर हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें फौरन हायर सेंटर झांसी के लिए रेफर कर दिया. मृतक के भाई मुकेश ने बताया कि सुबह 5 बजे उन्हें धमाके की आवाज सुनाई दी थी. जिसके बाद वो भाई के घर पहुंचे जहां सभी लोग मलबे में दबे हुए थे.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
घटना की जानकारी मिलते ही कोंच की क्षेत्राधिकारी अर्चना सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंची. जालौन के अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार वर्मा ने बताया कि मकान का लेंटर गिरने से अखिलेश और उसका पूरा परिवार मलबे में दब गया था, जिसमें अखिलेश की पत्नी और बेटे की मौत हुई, जबकि अखिलेश और उसकी बेटी घायल है, जिनका इलाज चल रहा है, पुलिस मौके पर और जांच में जुटी हुई है.
मृतक के परिजनों को आर्थिक मदद का ऐलान
वहीं जालौन के जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय और एसपी डॉक्टर दुर्गेश कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे. इन सभी ने मौके का मुआयना किया, साथ ही मृतक के परिजनों से भी मुलाकात कर उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया. जिलाधिकारी ने बताया कि पक्की छत का लेंटर गिरने से ये हादसा हुआ है, उन्होंने कहा कि देवी आपदा राहत कोष से मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी, वहीं पक्का मकान गिरने पर 1 लाख 20 हजार रुपए की भी आर्थिक मदद दिलाई जाएगी.
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