भोपाल। प्रदेश के डेढ़ लाख से अधिक संविदा अधिकारियों-कर्मचारियों का वेतन एक अप्रैल 2024 से 700 रुपये से लेकर तीन हजार रुपये तक बढ़ जाएगा। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर सरकार ने संविदा कर्मचारियों को 3.85 प्रतिशत की वृद्धि दर से वार्षिक वेतन वृद्धि देने का निर्णय लिया है। इसके लिए बजट में प्रावधान भी रखा गया है। संविदा कर्मचारियों को महंगाई भत्ते के स्थान पर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर वार्षिक वेतन वृद्धि देने का प्रावधान है।
22 जुलाई 2023 को संविदा नीति के अंतर्गत जारी किए गए निर्देश अनुसार प्रतिवर्ष एक अप्रैल को संविदा अधिकारियों-कर्मचारियों की उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर वार्षिक वेतन वृद्धि की जाएगी।
लोकसभा चुनाव के कारण इसका निर्धारण नहीं हो पाया था। अब वित्त विभाग ने 3.87 प्रतिशत की दर से वार्षिक वेतन वृद्धि के आदेश जारी किए हैं, जो एक अप्रैल 2024 से प्रभावी होंगे।
हालांकि, मध्य प्रदेश संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर का कहा है कि भारत सरकार ने जो उपभोक्ता मूल्य सूचकांक जारी किया है उसमें दर 5.39 प्रतिशत है। प्रदेश में यह दर 3.87 रखी गई है।
पद- लाभ (रुपये में)
भृत्य /चौकीदार- 785
वाहन चालक- 987
लिपिक- 987
डाटा एंट्री आपरेटर- 1188
सहायक वार्डन- 1,281
मोबाइल स्त्रोत सलाहकार- 1,281
लेखापाल- 1,281
एमआइएस कार्डिनेटर- 1,660
स्टेनोग्राफर- 1,425
ड्राफ्ट्समैन- 1,660
उपयंत्री-1,660,
बीआरसी- 1,670,
एपीसी जेंडर- 1,670
एपीसीआईडी- 1,660
व्याख्याता-1,830,
प्रोग्रामर- 2,160
सहायक परियोजना वित्त- 2,160
सहायक यंत्री- 2,169
सहायक प्रबंधक- 2,535
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