ट्रेनी IAS पूजा खेडकर ने हाल ही में पुणे जिला कलेक्टर सुहास दिवसे के खिलाफ उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई है. पिछले कुछ दिनों से चर्चा में बनी हुईं पूजा खेडकर इन आरोपों के बाद फिर से सुर्खियों में आ गई हैं. पूजा की इस शिकायत ने राज्य प्रशासन में हलचल मचा दी है और प्रशासनिक स्तर पर इसे गंभीरता से लिया जा रहा है.
जब शिकायत के बारे में जिला कलेक्टर सुहास दिवसे से पूछा गया तो उन्होंने कहा, इस बारे में जवाब देने के लिए मेरे पास कुछ भी नहीं है. मुझे कोई शिकायत नहीं मिली है, शिकायत की मेरे पास कोई कॉपी भी नहीं है. शिकायत के बारे में पूजा ने भी ज्यादा जानकारी साझा नहीं की है.
जांच के बाद सामने आएगा सच
शिकायत के सामने आने के बाद राज्य प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. एक उच्च-स्तरीय कमेटी की ओर से मामले की जांच की जा रही है ताकि सच सामने आ सके. शिकायत की खबर सामने आते ही सोशल मीडिया पर भी अलग-अलग प्रकार की प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं. कुछ लोग उनके समर्थन में हैं तो कुछ उनके पहले के भ्रष्टाचारों को देखते हुए उन्हीं पर आरोप लगा रहे हैं. सच जो भी हो लेकिन पूजा खेडकर की शिकायत ने एक बार फिर से यह साबित किया है कि प्रशासनिक विभागों में पारदर्शिता और न्याय की आवश्यकता कितनी जरूरी है.
फर्जीवाड़े के आरोप
IAS पूजा खेडकर पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लग चुके हैं. उन्होंने UPSC एग्जाम पास करने के लिए फर्जी उम्र सर्टिफिकेट, फर्जी OBC, फर्जी विकलांगता सर्टिफिकेट के साथ साथ IAS की पावर का गलत इस्तेमाल भी किया है. उनपर आरोप है कि वे ओबीसी नॉन-क्रीमी लेयर में नहीं आती है, क्योंकि उनके पिता दिलीप खेडकर जो एक पूर्व सिविल सेवक थे, उनके 40 करोड़ रुपये की संपत्ति थी. इसके बावजूद पूजा ने रिजर्वेशन का फायदा उठाया. हालांकि पूजा ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज किया है.
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