आए दिन सड़क खराब होने के कारण लोगों को खटिया पर लिटाकर अस्पताल ले जाने के मामले सामने आते हैं. ठीक ऐसा ही एक मामला झारखंड के लातेहार जिले से देखने को मिला है. यहां गांव की सड़क की स्थिति बेहद खराब है. यहां एंबुलेंस गांव तक नहीं पुहंच पाती है. गांव में एक बीमार महिला को खटिया पर लिटाकर अस्पताल ले जाया जा रहा था. उसी दौरान महिला की मौत हो गई. गांव के लोग सरकार के झूठे वादों से परेशान होकर कई सवाल उठा रहे हैं.
मामला लातेहार जिले के बसेरिया गांव का है. यहां सोमवार की सुबह रेमिश मिंज की पत्नी शांति कुजूर अचानक बीमार हो गई थी. सड़क की सुविधा न होने के कारण गांव के लोगों ने महिला को खटिया पर लिटाकर, रस्सी और बांस के सहारे अपने कंधों पर लटकाया और पैदल चलकर अस्पताल ले जा रहे थे. महिला की तबीयत ज्यादा खराब होने के कारण महिला की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई.
आधे रास्ते पहुंची एंबुलेंस
गांव के लोगों ने बताया कि गांव से कई किलोमीटर दूर तक पैदल चलने के बाद वह महिला को एंबुलेंस तक लेकर पहुंचे. एंबुलेंस से उसे अस्पताल पहुंचाया गया. अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टर ने महिला को मृत घोषित कर दिया. गांव वालों का कहना है कि यदि सरकार सड़कों में सुधार करा देती तो आज शांति कुजूर जिंदा होती.
होती है दिक्कतें
खराब सड़कों के कारण गांव के लोगों को अलग-अलग तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. यह स्थिति बारिश के समय पर और भी गंभीर हो जाती है, जब बारिश के कारण कीचड़ और सड़कों पर पानी भरने जैसी कई परेशानियों सामने आती हैं.
पहले भी हुआ है ऐसा मामला
खराब सड़कों के कारण कुछ समय पहले भी एक ऐसा मामला देखने को मिला था. यहां एक प्रेग्नेंट महिला ने प्रसव पीड़ा होने पर घर में ही एक बच्ची को जन्म दिया था. हालांकि इस दौरान उसकी तबीयत बिगड़ने लगी थी. उसे गांव के लोग खटिया पर लाद कर एंबुलेंस तक ले गए थे, जिसके बाद उसे अस्पताल पहुंचाया गया था. वहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया था.
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