नीट पेपर लीक मामले को लेकर देशभर में छात्रों का प्रदर्शन जारी है. इस मामले को लेकर जमकर बवाल काटा जा रहा है. छात्रों के साथ ही कई संगठन और राजनीतिक दल भी परीक्षा में हुई धांधली के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को इसकी जांच का जिम्मा सौंप दिया गया है. जिसके लिए सीबीआई टीम सोमवार 24 जून को बिहार पहुंची.
इस बीच पुलिस सूत्रों से मिली अहम जानकारी के मुताबिक सीबीआई बिहार पुलिस और गुजरात पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ करेगी. बताया जा रहा है कि एक-एक कर सभी आरोपियों को रिमांड पर लेगी और उनसे पेपर लीक को लेकर पूछताछ करेगी. वहीं एचआरडी मंत्रालय ने सीबीआई से कहा है की अगर लोक सेवकों की किसी भी तरह की भूमिका नजर आती है तो उसकी पूरी तरह से जांच करे.
फोरेंसिक रिपोर्ट के इंतजार में CBI
फिलहाल सीबीआई आरोपियों के पास से जब्त किए गए मोबाइल फोन और परीक्षा/प्रश्न पत्रों की फोरेंसिक रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है. रिपोर्ट आने के बाद सीबीआई उसका अध्ययन करेगी. सीबीआई को संदेह है कि नीट लीक अधिक स्थानीयकृत हो सकता है क्योंकि पेपर करीबी समूह के बीच वितरित किया गया था.
अब तक 25 लोग हो चुके गिरफ्तार
नीट पेपर लीक मामले में अब तक 25 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इसमें बिहार और झारखंड से 18, महाराष्ट्र से 2 और गुजरात से 5 गिरफ्तारियां हुई हैं. इसके तार कई दूसरे राज्यों से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं. सीबीआई ने शिक्षा मंत्रालय की शिकायत पर नीट एग्जाम पेपर लीक मामले को लेकर IPC की धारा 420, 406 और 120B के तहत FIR दर्ज की है.
बिहार, गुजरात में CBI की टीम
बिहार के साथ ही सीबीआई की दूसरी टीम ने गुजरात के गोधरा में मामले की जांच करने पहुंची है. सोमवार को टीम पटना के शास्त्रीनगर थाने पहुंची. इसके बाद पुलि के साथ आर्थिक अपराध इकाई यानी EOU के ऑफिस पहुंची जहां उसने EOU से मामले की सारी जानकारी ली. परीक्षा के पेपर तैयार करने, उसकी छपाई और अलग अलग जगहों पर भेजने के साथ ही परीक्षा केंद्र और डिस्ट्रीब्यूशन की प्रक्रिया के बीच हुई धांधली का पता लगाना सीबीआई का मुख्य उद्देश्य है.
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