दिल्ली और मुंबई के निवासियों के बीच ‘कौन है बेहतर’ को लेकर बहस एक बार फिर गरमा गई है, और इस बार यह चर्चा उद्यमी भौमिक गोवांडे की सोशल साइट X पर लिखी पोस्ट से शुरू हुई है. इसमें गोवांडे ने मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद अपना अनुभव शेयर किया, जिसमें उन्होंने मुंबई के ट्रैफिक की तीखी आलोचना की. उन्होंने लिखा, ‘नई दिल्ली में रहने के बाद मुंबई एयरपोर्ट के बाहर आते ही मुझे तीसरी दुनिया की याद आ जाती है. इस शहर का ट्रैफिक मुझे वाकई मध्यम वर्गीय आघात पहुंचाता है. मैं निराश हूं.’
गोवांडे की इस पोस्ट ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर तेजी से लोकप्रियता हासिल की और एक्स यूजर्स के बीच बहस का मुद्दा बन गई. उनकी टिप्पणी ने दिल्ली और मुंबईकरों के बीच पुरानी बहस को एक बार फिर से ताजा कर दिया है, जिसमें दोनों शहरों के फायदे-नुकसान को लेकर तर्क-वितर्क जारी है. कुछ लोगों ने गोवांडे की निराशा को सही ठहराया, तो कई एक्स यूजर्स ने उनके मिडिल क्लास वाले बयान पर घोर आपत्ति जताई है.
ये है वो एक्स पोस्ट, जिसे लेकर भिड़े दिल्ली और मुंबई वाले
@OfficiallyVenky एक्स हैंडल से वेंकटेश श्रीधर ने मुंबई की हवा की गुणवत्ता को दिल्ली से बेहतर बताते हुए लिखा है, ट्रैफिक भले ही आपकी नजर में मिडिल क्लास हो, लेकिन एयर क्वालिटी टॉप क्लास है. वहीं, दूसरे यूजर का कहना है, यहां कम से कम जिंदा रहने के लिए 24 घंटे मास्क तो नहीं पहनना पड़ता. इसके अलावा कई यूजर्स ने मुंबई की लाइफ और यहां रहने वालों की सराहना की. एक यूजर ने लिखा, हो सकता है कि आपको यह शहर सबसे बेहतर स्थिति में न लगे, लेकिन फिर भी यह एक जीवंत शहर है. वहीं, दूसरे यूजर ने कमेंट किया, एक बार मुंबई की आदत लग गई तो इसे छोड़ना मुश्किल होता है.
हालांकि, कुछ एक्स यूजर्स गोवांडे की टिप्पणियों से सहमत थे. उन्होंने मुंबई में और फ्लाईओवर की आवश्यकता बताई. एक यूजर ने कमेंट किया, मुंबई में ड्राइव करना किसी बुरे सपने से कम नहीं. दूसरे यूजर ने लिखा है, आपका लहजा मुझे पसंद नहीं आया, लेकिन जो मुद्दे उठाए हैं वो गलत नहीं है. मुंबई में यात्रा को सुगम बनाने के लिए दोगुना प्रयास की आवश्यकता है.
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