जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में रविवार 23 जून को सब्सिडियरी पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में जम्मू-कश्मीर पुलिस के 16वें बेसिक रिक्रूट ट्रेनिंग कोर्स (बीआरटीसी) बैच की पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया. जिसमें उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शिरकत की. इस दौरान समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने आतंकवाद पर जमकर हमला बोला.
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद अब अपनी आखिरी सांसें गिन रहा है. उन्होंने कहा कि हाल की आतंकी घटनाएं पाकिस्तान की हताशा को दर्शाती हैं. सिन्हा ने कहा कि आतंकवादियों और उन्हें पनाह देने वाले सहयोगियों को पकड़ना होगा. उपराज्यपाल ने कहा कि उनके प्रशासन का मकसद जम्मू-कश्मीर की जमीन से आतंकवाद का पूरी तरह से सफाया करना है.
‘दुश्मन के इरादों को नेस्त ओ नाबूद करना है’
इसके आगे उन्होंने कहा कि दुश्मन के इरादों को नेस्त ओ नाबूद करना है. आने वाले दिनों में चुनौतियां बदलेंगी और कार्य क्षेत्र का दायरा बढ़ जाएगा. उन्होंने कहा कि ड्रग्स की सप्लाई से न सिर्फ टेरर फंडिंग हो रही है बल्कि युवाओं को बर्बाद करने की साजिश और समाज को तोड़ने की भी कोशिश हो रही है. मनोज सिन्हा ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि कैडेट्स की ताकत और हौसले इसका जवाब देंगे. वहीं पुलिस की भूमिका की सराहना करते हुए सिन्हा ने कहा कि जम्मू कश्मीर की पुलिस ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में हमेशा उच्च स्तर की पेशेवर उत्कृष्टता दिखाई है.
‘वर्चुअल वर्ल्ड बड़ी चुनौती’
उन्होंने कहा कि वर्चुअल वर्ल्ड में अगर कुछ आपत्ति जनक चीजें परोसी जा रही हैं तो उसका असर सामाजिक और प्रशासनिक व्यवस्था पर पड़ता है.डीपफेक के साथ ही अन्य दूसरी चीजों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसका इससे सामान्य जनता भी प्रभावित होता है. उन्होंने कहा कि अगर किसी इलाके में 5-10 अपराधी हैं, तो उनसे निपटना मुश्किल नहीं होगा लेकिन वर्चुअल वर्ल्ड में जो सुनियोजित तरीके से प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है वह कानून और व्यवस्था के लिए एक चुनौती है. उन्होंने सभी कैडेट्स से इस चुनौती से निपटने को कहा.
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.