इंदौर में छात्रा अंजलि की खुदकुशी के केस में पुलिस खाली हाथ, अब टैबलेट ही खोल सकता है कोई राज

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में अपोलो डीबी सिटी की 14वीं मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या करने वाली छात्रा अंजलि यामयार घर में चल रही खटपट से भी परेशान थी। वह लंबे समय से घुटन महसूस कर रही थी। मंगलवार को स्कूल जाने के पहले आत्महत्या का मन बना चुकी थी। अंजिल ने मां से कहा था कि मैं बड़ी हो गई हूं, मुझे छोड़ने मत जाया करो। पिता छोड़ने गए, लेकिन उन्हें भी बस आने के पहले घर भेज दिया।

जांच में शामिल एक अफसर का दावा है कि यामयार परिवार में कलह होती रहती थी। पति-पत्नी के बीच होने वाले विवाद से बच्चे परेशान थे। यह बात अंजलि के भाई आदित्य ने पहले ही दिन बता दी थी। हालांकि अंजलि ने विवाद के कारण ही जान दी, यह नहीं कह सकते।

पुलिस ने लिए परिवार के बयान, पिता को खुदकुशी पर शक

शुक्रवार को पुलिस अफसरों ने अंजलि के पिता अमोल यामयार, मां अर्चना और भाई आदित्य के बयान लिए। अमोल ने कहा कि बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती। जैसी घटना बताई जा रही, वैसी नहीं है। शंका का समाधान करने के लिए पुलिसकर्मी अमोल को बस स्टाप ले गए और सीसीटीवी फुटेज दिखाए। इसके बाद लिफ्ट और 14वीं मंजिल पर भी गए।

टैबलेट का पासवर्ड भी किसी को नहीं बताती थी

मां अर्चना का पूरा जोर अंजलि के टेबलेट पर था। उसने कहा कि टैबलेट में ही राज छुपा है। वह पूरे समय टैबलेट को साथ रखती थी। पासवर्ड भी किसी को नहीं बताती थी। कोई देखने की कोशिश भी करें तो टैबलेट बंद कर लेती थी।

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