नगीना की जनता ने 3 लाख वोट BJP को भी दिए हैं… चंद्रशेखर ने योगी सरकार पर क्यों लगाया भेदभाव का आरोप?

भीम आर्मी चीफ और नगीना से चंद्रशेखर आजाद ने सांसद बनते ही अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं. कहीं वे उत्तर प्रदेश सरकार पर अकराबाद हत्याकांड पर गुंडों को खुली छूट देने का आरोप लगा रहे हैं, तो अब उन्होंने प्रदेश की बिजली व्यवस्था बिगड़ने पर सरकार पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया है. दरअसल उनके लोकसभा क्षेत्र नगीना में पिछले कुछ दिनों से बिजली की कटौती देखने मिली है, जिसके ऊपर नगीना के नए सांसद आग बबूला हो गए हैं.

बकरीद के मौके पर हुई इस बिजली कटौती के ऊपर चंद्रशेखर आजाद ने सरकार पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगा दिया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, “नगीना में ईद-उल-अजहा के अवसर से लेकर अब तक बिजली की समस्या बनी हुई जिससे क्षेत्र की सम्मानित जनता को पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं की दिक्कत होने लगी है.”

बीजेपी अपने ही वोटरों को भूल गई

चंद्रशेखर आजाद ने बिजली के ऊपर बोलते हुए कहा, “यूपी सरकार बदले की भावना में इतना गिर गई हैं कि ये भूल गई हैं कि नगीना की सम्मानित जनता ने बीजेपी को भी लगभग 3 लाख वोट दिए हैं. वो अपने इन वोटरों को भूल सकते है पर मेरे लिए नगीना की सम्पूर्ण जनता मेरी अपनी है और इस जनता के हितों के लिए मैं योगी जी से मांग करता हूं कि बदले की इस भावना को छोड़कर क्षेत्र की सम्मानित जनता को बिजली की सुचारू आपूर्ति करें नहीं तो मैं क्षेत्र की सम्पूर्ण सम्मानित जनता के लिए जिलाधिकारी कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना देने को मजबूर हूं.” अपने इस ट्वीट में उन्होंने नगीना जिले के जिलाधिकारी, बिजली विभाग और उत्तर प्रदेश सरकार को भी टैग किया है.

सांसद बनने के बाद भी नहीं भूली जमीनी लड़ाई

चंद्रशेखर आजाद कई सालों से धरने और प्रदर्शन करते देखे गए हैं. वे देश के किसी भी कोने में दलितों के साथ हुए अन्याय के बाद मौके पर पहुंचते दिखाई देते हैं. अब जनता ने उन्हें सांसद बना दिया है. चंद्रशेखर अब संसद में आवाज बुलंद करते दिखाई देंगे, लेकिन उन्होंने जमीनी लड़ाई नहीं छोड़ी है हाल ही में अकराबाद के अनुसूचित जाति के युवक की हत्या के बाद 18 जून को युवक को इंसाफ दिलाने के लिए अकराबाद के घंटाघर पार्क पहुंचे. चंद्रशेखर ने धरने के दौरान कहा कि यूपी सरकार पर प्रदेश में गुंडों को खुली छूट दे रखी है, ये हत्या भी इसका ही नतीजा है.

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.