मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि हमारी सरकार ने शिप्रा नदी के जल को निर्मल और स्वच्छ बनाने का संकल्प लिया है. उन्होंने कहा कि कान्ह नदी का पानी शिप्रा में मिलने से रोका जाएगा. सरकार ने कहा कि कान्ह क्लोज डक्ट परियोजना से अब कान्ह का दूषित जल मां शिप्रा के किसी भी तट पर नहीं मिलेगा. कान्ह का पानी गंभीर नदी के निचले किनारे तक पहुंचाया जाएगा. जिसे शुद्धिकरण किया जाएगा और आसपास के किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार को उज्जैन के ग्राम डेंडिया स्थित शनि मंदिर के पास 817 करोड़ की लागत से कान्ह क्लोज डक्ट परियोजना और अन्य भूमिपूजन तथा लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में करीब 598.66 करोड़ की लागत से बनने वाली कान्ह क्लोज डक्ट परियोजना का भूमिपूजन किया. इसके अलावा करीब 217 करोड़ के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया.
उज्जैन-जावरा मार्ग फोरलेन बनेगा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि 5 हजार करोड़ की लागत से उज्जैन-जावरा फोरलेन वाया नागदा का शीघ्र निर्माण पूरा होगा. वहीं उज्जैन-इन्दौर सिक्सलेन का शीघ्र भूमिपूजन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि 16 जून को पीएमश्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा का शुभारंभ किया जाएगा, जिसके माध्यम से श्रद्धालु कम समय में महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर जैसे तीर्थ स्थानों पर पहुंच सकेंगे.
आयुष्मान कार्डधारियों के लिए एयर एंबुलेंस सेवा
मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि उज्जैन में निरन्तर विकास के कार्य चल रहे हैं और यहां के निवासियों को नित्य कई सौगातें मिल रही हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी लोग अपना आयुष्मान कार्ड अवश्य बनवाएं, जिससे उन्हें 5 लाख रुपये तक नि:शुल्क उपचार का लाभ प्राप्त हो सके. एयर एम्बुलेंस सेवा के माध्यम से आयुष्मान कार्डधारी गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को कम समय में मुंबई, दिल्ली जैसे शहरों पर उपचार के लिएं पहुंचाया जाएगा.
भगवान कृष्ण और राम के लीला स्थलों का विकास
उन्होंने कहा कि उज्जैन और इंदौर संभाग सहित प्रदेश के सभी देवस्थानों और सभी धार्मिक पर्यटन स्थलों का विकास किया जाएगा. भगवान महाकाल के महालोक का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा किया गया. उसके बाद यहां के लोगों को रोजगार मिलने के साथ ही धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिला है. मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकाल लोक में स्थित सप्तऋषियों की प्रतिमाएं जो क्षतिग्रस्त हो गई थीं, उन्हें उज्जैन में ही कलाकारों द्वारा ठोस पत्थर तरासकर निर्मित किया जा रहा है.
उज्जैन में लगेगा प्रतिमाएं बनाने का कारखाना
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उज्जैन में प्रतिमाएं बनाने का कारखाना स्थापित किया जाएगा. यहां बनी प्रतिमाएं प्रदेश और देश के कोने-कोने तक पहुंचेंगी. इससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा. पीतल से भी यहां प्रतिमाएं बनायी जाएंगी. पूजा-पाठ सामग्री, भगवान की पोशाक, पूजा के पात्र भी प्रदेश में तैयार कर देश के कोने-कोने में उपलब्ध कराये जाएंगे.
जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव जी का आभार व्यक्त करता हूं, कई सालों की साधना के बाद मां शिप्रा शुद्धिकरण का संकल्प पूरा हो रहा है. उन्होंने कहा कि उज्जैन की सिंचाई क्षमता को 1 लाख 20 हजार हेक्टेयर से बढ़ाकर 4 लाख हेक्टेयर की जाएगी.
उज्जैन को 816 करोड़ रु. के विकास कार्यों की दी सौगात
मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा 816 करोड़ 69 लाख रुपये की लागत के कुल 41 विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया गया. जिनमें 598 करोड़ 66 लाख रुपए की लागत से कान्ह क्लोज डक्ट परियोजना का निर्माण, 38 करोड़ 50 लाख रुपए की लागत से दताना से नागझिरी मार्ग का निर्माण, 24 करोड़ 08 लाख रुपए की लागत से तराना में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का 100 बिस्तरीय सिविल अस्पताल भवन में उन्नयन/निर्माण, 21 करोड़ 07 लाख रुपए की लागत से तरण ताल से देवास रोड वाया कलेक्टोरेट एवं मंगलनाथ से चककमेड तक मार्ग निर्माण, 14 करोड़ 31 लाख रुपए की लागत से घटिया में नवीन शासकीय आईटीआई का निर्माण, 12 करोड़ 14 लाख रुपए की लागत से उज्जैन में 4 मार्गों का निर्माण, 9 करोड़ 82 लाख रुपए की लागत से सिंहस्थ अंतर्गत रत्नाखेड़ी, मंगरोला, चांदुखेड़ी, जलालखेड़ी, नागदा मार्ग का निर्माण, 9 करोड़ 53 लाख रुपए की लागत से जमालपुरा, कोकलाखेडी, नईखेडी सिलोदामोरी मार्ग का निर्माण, 7 करोड़ 62 लाख रुपए की लागत से चादमुख सिकंदरी गंगेडी ब्रजराज खेडी छायन मार्ग का निर्माण, 4 करोड़ रुपए की लागत से काल भैरव मंदिर पार्किंग बाउंड्रीवाल, शेड, रेलिंग आदि का निर्माण का भूमिपूजन किया गया.
इसके अतिरिक्त 22 करोड़ 91 लाख रुपये की लागत से पूर्ण किए गए 23 विकास कार्यों का लोकार्पण भी मुख्यमंत्री के द्वारा किया गया. इनमें 8 करोड़ 27 लाख रुपए की लागत से 18 ग्रामों में नल-जल योजना निर्माण कार्य, 3 करोड़ 63 लाख रुपए की लागत से उज्जैन में प्रशिक्षण केन्द्र के छात्रावास भवन निर्माण, 3 करोड़ 25 लाख की लागत से केन्द्रीय जेल उज्जैन परिसर में खुली जेल का निर्माण, 99 लाख रुपए की लागत से म.प्र. पुलिस आवास एवं अधोसरंचना विकास निगम के विभिन्न कार्यों का निर्माण, 73 लाख रुपए की लागत से आक्याजागीर में हायर सेकेन्डरी स्कूल का उन्नयन, 27 लाख रुपए की उज्जैन में पिछड़ा वर्ग पोस्ट मैट्रिक बालक छात्रावास भवन का निर्माण शामिल है.
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