केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार (16 जून) को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेंगे. यह समीक्षा कश्मीर में हाल ही में हुए आतंकी हमलों के मद्देनजर हो रही है. सूत्रों ने बताया कि शाह बैठक में आतंकवाद विरोधी अभियानों को तेज करने के लिए व्यापक दिशा-निर्देश दे सकते हैं. इसके साथ ही गृह मंत्री 29 जून से शुरू होने वाली वार्षिक अमरनाथ तीर्थयात्रा की तैयारियों की भी समीक्षा करेंगे. यह यात्रा 19 अगस्त तक चलेगी.
अमरनाथ के लिए तीर्थयात्री जम्मू कश्मीर में दो मार्गों-पहलगाम और बालटाल से यात्रा करते हैं. पिछले साल चार लाख से अधिक लोगों ने अमरनाथ स्थिर गुफा मंदिर की यात्रा की थी. ऐसा अनुमान किया जा रहा है कि इस बार यह आंकड़ा पांच लाख तक पहुंच सकता है.
सूत्रों का कहना है कि अमरनाथ यात्रा के दौरान सभी तीर्थयात्रियों को आरएफआईडी कार्ड दिए जाने की संभावना है ताकि तीर्थयात्रियों की वास्तविक स्थिति का पता लगाया जा सके. सभी तीर्थयात्रियों को 5 लाख रुपये का बीमा कवर दिया जाएगा.
अमित शाह रविवार को करेंगे अहम बैठक
अमित शाह की यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर बैठक लेने के तीन दिन बाद होगी, जिसमें उन्होंने अधिकारियों को तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर हमले सहित आतंकी घटनाओं के बाद आतंकवाद विरोधी क्षमताओं के पूर्ण स्पेक्ट्रम को तैनात करने का निर्देश दिया था.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, सेना प्रमुख-पदनाम लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन डेका, सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह, जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक आरआर स्वैन और अन्य शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के बैठक में शामिल होने की उम्मीद है.
सुरक्षा को लेकर दे सकते हैं अहम दिशा निर्देश
सूत्रों ने बताया ने अमित शाह को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति, अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा बलों की तैनाती, चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियानों की स्थिति घुसपैठ के प्रयासों और केंद्र शासित प्रदेश में सक्रिय आतंकवादियों की ताकत के बारे में जानकारी दी जा सकती है.
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के निर्देश के अनुरूप सुरक्षा एजेंसियों द्वारा तत्काल की जाने वाली कार्रवाई के बारे में अमित शाह व्यापक दिशा-निर्देश दे सकते हैं. जम्मू-कश्मीर के कठुआ, रियासी,और डोडा जिलों में चार दिनों में चार जगहों पर आतंकवादियों ने हमला किया था, जिसमें नौ तीर्थयात्रियों की मौत हुई थी और एक सीआरपीएफ जवान की जान गई थी. इसमें सात सुरक्षाकर्मी सहित कई अन्य घायल हो गए थे.
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