छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जैतखांभ में हुई तोड़फोड़ की घटना को गंभीरता से लिया है. शासन की सिफारिश पर उन्होंने पूरे मामले में न्यायिक जांच के आदेश दे दिये हैं. छत्तीसगढ उच्च न्यायालय के सेवा निवृत्त न्यायाधीश इस घटना की जांच करेंगे. गिरौधपुरी धाम के महकोनी गांव स्थित अमरगुफा में जैतखांभ की तोड़फोड़ की घटना के बाद यहां तनाव पसर गया था.
मुख्यमंत्री के निर्देश पर डिप्टी सीएम और राज्य के गृह मंत्री विजय शर्मा ने पूरे मामले में 6 बिन्दुओं पर जांच का आदेश जारी किया है. छत्तीसगढ उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश सीबी बाजपेयी की एकल सदस्यीय टीम तीन माह के भीतर अपनी रिपोर्ट राज्य शासन को प्रस्तुत करेगी.
जैतखांभ में हुआ था भारी नुकसान
ये घटना पिछले 15 और 16 मई 2024 की रात की है. बलौदा बाजार जिले के गिरौधपुरी धाम के ग्राम महकोनी स्थित अमर गुफा में जैतखांभ को उपद्रवियों ने भारी नुकसान पहुंचाया था. हिंसक भीड़ ने आगजनी की थी. सरकारी संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचाया था. इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था.
घटना पर सरकार आई एक्शन में
इस घटना के विरोध में छत्तीसगढ़ का सतनामी समाज भी आक्रोशित हो गया था. डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने साफ शब्दों में कहा है कि राज्य में किसी को भी कानून व्यवस्था हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा. सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने वालों से कड़ाई से निपटा जाएगा. मामले में सतनामी समाज के संगठनों ने जांच कराने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी.
घटना के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा ने पिछले दिनों बलौदा बाजार में न्यायिक जांच कराये जाने की घोषणा की थी. गृहमंत्री की घोषणा पर राज्य शासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज सी बी बाजपेयी की एकल सदस्यीय टीम को जांच का जिम्मा सौंपा है.
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