मेट्रो के नहीं खुले दरवाजे, घंटों तक फंसे रहे यात्री… और फिर?

मेट्रो ट्रेनें कई शहरों की लाइफलाइन की तरह काम करती हैं. तेज रफ्तार से चलने वाली ये ट्रेनें हर दिन कई यात्रियों को उनकी मंजिलों तक पहुंचाती हैं ऐसे में अगर इनमें कोई दिक्कत आ जाए तो लोगों की कितनी परेशानी हो सकती है इस बात का केवल अंदाजा ही लगाया जा सकता है. हालांकि मेट्रो को काफी सेफ माना जाता है, लेकिन कई बार इनमें कुछ तकनीकी खामियां भी आ सकती हैं.

ताजा मामला कर्नाटक के बेंगलुरु का है. यहां के एक स्टेशन पर मेट्रो रुकी. यात्री उतरने को तैयार थे लेकिन ट्रेन का गेट खुला ही नहीं. यात्री अंदर लगभग दो घंटों तक फंसे रहे. सुबह काम पर जा रहे मेट्रो यात्रियों को तकनीकी खराबी के कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. तकनीकी खराबी के कारण पर्पल लाइन के मेट्रो रूट में बदलाव किया गया.

ट्रिनिटी मेट्रो स्टेशन की घटना

घटना ट्रिनिटी मेट्रो स्टेशन की है जहां पर तकनीकी खराबी के कारण गाड़ी के दरवाजे नहीं खुले और लॉक हो गए. कई घंटों बाद भी दरवाजा नहीं खुला और अंदर बैठे यात्री संघर्ष करते रहे. बाद में जिस मेट्रो बोगी में दिक्कत थी उसे मैजेस्टिक ट्रैक पर शिफ्ट किया गया और मेट्रो इंजीनियरों को बुलाकर बंद दरवाजा खुलवाया गया. इसके बाद यातायात सामान्य हो सका. बीएमआरसीएल ने मेट्रो यात्रियों को हुई असुविधा के लिए खेद जताया है.

दो घंटे बाद खुला गेट

जानकारी के मुताबिक, पर्पल लाइन पर सुबह 9.58 बजे बाधित हुआ मेट्रो यातायात 11.30 बजे सामान्य हो पाया. सुबह यात्रा के दौरान ट्रिनिटी मेट्रो स्टेशन पर तकनीकी खराबी आ गई, जिससे लोगों को अपने स्टेशनों तक पहुंचने में परेशानी हुई. हालांकि लोगों में थोड़ा डर भी है, फिलहाल मेट्रो सेवा सामान्य हो गई है.

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.