फिट रहने के लिए एक्सरसाइज करना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है कि इसे सही तरह से किया जाए. छोटी-छोटी बातों को अगर ध्यान में न रखा जाए तो वर्कआउट से फायदे की बजाय नुकसान हो सकता है. इन्हीं कॉमन मिस्टेक्स में से एक है कि वॉर्मअप न करना. बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो वर्कआउट से पहले अक्सर वॉर्मअप को स्किप कर देते हैं. इस वजह से सेहत को कई बार काफी गंभीर नुकसान भी हो जाते हैं. अगर आप भी सीधे वर्कआउट करने लगते हैं तो जान लें कि वॉर्मअप करना कितना जरूरी होता है?
वॉर्मअप से भले ही कैलोरी बर्न करने का इतना संबंध न हो लेकिन वॉर्मअप मतलब, शरीर को वर्कआउट के लिए तैयार करना. अगर अपने वर्कआउट को इफेक्टिव बनाना हो और खुद को हेल्दी रखना हो तो वॉर्मअप कभी भी स्किप नहीं करना चाहिए. तो चलिए जान लेते हैं कि वार्मअप करने की सलाह क्यों दी जाती है.
मांसपेशियों में चोट लगने की संभावना होती है कम
वॉर्मअप में हल्की स्ट्रेचिंग एक्टिविटी की जाती हैं ताकि मसल्स की इलास्टिसिटी इंप्रूव (मांसपेशियों में लचीलापन बढ़ता) हो. इससे हैवी वर्कआउट के दौरान मांसपेशियों में चोट लगने की संभावना कम हो जाती है.
बेहतर तरीके से कर पाएंगे परफॉर्म
वॉर्मअप करने से आप बेहतर तरीके से वर्कआउट परफॉर्म कर पाते हैं, क्योंकि स्ट्रेचिंग के दौरान जॉइंट्स में मूवमेंट होती है और इस तरह से वर्कआउट करने में परेशानी नहीं आती है.
दिल के लिए है जरूरी
वॉर्मअप करने से ब्लड सर्कुलेशन अच्छा हो जाता है और शरीर में ऑक्सीजन का लेवल भी बढ़ता है. इसके अलावा शरीर का तापमान भी बैलेंस करने में हेल्प मिलती है. इससे न सिर्फ बॉडी बल्कि आपका दिल भी वर्कआउट के लिए तैयार होता है.
फिजिकली ही नहीं मेंटली भी होते हैं तैयार
बॉडी वॉर्मअप न करने से आप न सिर्फ फिजिकली एक्सरसाइज के लिए तैयार हो जाते हैं, बल्कि इससे मानसिक रूप से भी वर्कआउट के लिए तैयार होने में मदद मिलती है.
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