शहर के 5 से ज्यादा वार्डों में फैल चुका डायरिया दिनों दिन बेकाबू होता जा रहा है। बुधवार रात उल्टी दस्त से पीड़ित एक और महिला ने दम तोड़ दिया। इस महिला को एक दिन पहले ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसे मिलकर अब तक चार लोगों की डायरिया से मौत हो चुकी है। इनमें दो मासूम बच्चे भी शामिल है। सिविल सर्जन डॉक्टर प्रदीप मोसेस का कहना है कि जल वितरण की व्यवस्था में सुधार होने पर ही यह महामारी नियंत्रित की जा सकती है।
ज्ञात हो कि बुधवार को ही स्वास्थ्य विभाग को पानी की जांच रिपोर्ट मिली थी। जिसमें तीन वार्डों में दूषित पेयजल वितरण की पुष्टि हुई थी। बुधवार रात नागझिरी क्षेत्र की साफिया पति इरशाद की मौत हुई है। स्वजन ने आरोप लगाया कि रात में उन्होंने सिविल सर्जन और आरएमओ को कई बार फोन लगाया लेकिन वे अस्पताल नहीं पहुंचे। शहर में अब तक 275 लोग डायरिया की चपेट में आ चुके हैं।
बीते 24 घंटे में 36 बच्चे जिला अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं। हालांकि गुरुवार को सुबह से ही निगम आयुक्त संदीप श्रीवास्तव अपनी टीम के साथ डायरिया प्रभावित क्षेत्र में भ्रमण कर रहे हैं और पानी के लीकेज सहित अन्य व्यवस्थाएं सुधरवा रहे हैं।
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