EC के नोटिस पर भड़कीं AAP नेता आतिशी, कहा- बीजेपी का मुखपत्र बन गया है चुनाव आयोग

चुनाव आयोग ने आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी को भारतीय जनता पार्टी की शिकायत करने को लेकर नोटिस भेजा है. चुनाव आयोग ने नोटिस जारी सोमवार तक जवाब मांगा है. चुनाव आयोग की इस कार्रवाई पर आतिशी ने सवाल खड़े करते हुए ECI पर पक्षपात और BJP के कहने पर एक्शन लेने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की शिकायत पर चुनाव आयोग कोई कार्रवाई नहीं करता है, लेकिन बीजेपी की शिकायत पर अगले दिन ही नोटिस भेज दिया.

साथ ही आतिशी ने दावा किया उन्हें नोटिस मिलने से आधा घंटा पहले ही खबर को मीडिया में प्लांट कराया गया. आतिशी ने कहा कि आज चुनाव आयोग ने मेरी एक प्रेस कांफ्रेंस पर मुझे नोटिस भेजा ये बीजेपी की 4 अप्रैल को की गई शिकायत पर दिया गया है. उन्होंनेबताया कि अप्रैल को 11 बजकर 15 मिनट पर हर चैनल पर खबर चली और 11 बजकर 44 मिनट पर मुझे मिली. ऐसे में पहले खबर प्लांट होती है फिर कार्रवाई की जाती है.

बीजेपी का बन गया है मुखपत्र

आतिशी ने कहा कि आचार संहिता लागू होने के बावजूद जब देश की 6 राष्ट्रीय पार्टियों में से एक के मुख्यमंत्री को ईडी गिरफ्तार करती है तो क्या चुनाव आयोग ED को नोटिस भेजती है ? एक दल का खाता फ्रीज कर दिया गया. आयकर विभाग को नोटिस किया ? पार्टियों से पुराने रिकॉर्ड मांगें गए. अधिकारियों को बदला गया. इसके अलावा आम आदमी पार्टी के विधायक गुलाब सिंह के यहां रेड हुई. उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग BJP का मुखपत्र बन गया है.

हमें मिलने का भी नहीं देता समय

आतिशी ने कहा कि विपक्षी नेताओं की शिकायतों पर कार्रवाई नहीं होती और बीजेपी की शिकायत पर 12 घंटे पर ना सिर्फ एक्शन होता है बल्कि बीजेपी के कहने पर खबर प्लांट भी कराई जाती है. आतिशी ने कहा कि हमने 29 मार्च, 1 अप्रैल और आज बीजेपी के आचार संहिता का उल्लंघन कर मुख्यमंत्री के आपत्तिजनक पोस्टर पर शिकायत की लेकिन अभी तक कोई एक्शन नहीं हुआ.

आयोग की निष्पक्षता पर सवाल

आज चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल है. आपको इस देश के संविधान और लोकतंत्र को बचाने की जिम्मेदारी दी गई है. तीनों चुनाव आयुक्त TN सेशन जी के उत्तराधिकारी हैं. आज आपसे अपील करना चाहती हूं कि आप केंद्र के सामने नतमस्तक मत हों. ईडी, सीबीआई तो नतमस्तक है हीं, नहीं तो आपको भी गलत कारणों के लिए याद रखा जाएगा. हम नोटिस का जवाब देंगे. अपने जवाब में निष्पक्षता और जिम्मेदारी याद दिलाएंगे.

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