अफ्रीकी देश घाना में एक मां ने अपनी बच्ची के साथ जो भी किया, उसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है. बेटी को जन्म देने के कुछ ही समय बाद महिला ने उसे जिंदा गाड़ दिया. नवजात का पता तब चला, जब परिवार के अन्य सदस्यों ने बगीचे में खून के निशान देखे. मासूम तकरीबन छह घंटे मिट्टी में दबी रही थी. आइए जानते हैं कि आखिर क्यों एक मां इतनी बेरहम बन गई.
डेलीमेल की रिपोर्ट के अनुसार, घाना में एक नवजात बच्ची अपनी मां द्वारा जिंदा दफनाए जाने के छह घंटे बाद चमत्कारिक ढंग से जीवित बच गई. महिला ने बिना किसी मेडिकल हेल्प के खुद से डिलीवरी की. फिर नवजात को घर के ही बगीचे में जिंदा दफन कर दिया. दिल दहला देने वाली यह घटना देर रात की थी, और सुबह 11 बजे तक किसी को भी इसकी भनक तक नहीं लगी.
लेकिन कहते हैं न, जाको राखे साइयां मार सके न कोय. जब घर के अन्य सदस्यों की नजर बगीचे में पड़े खून के भयानक निशान पर पड़ी, तो वे एकदम से घबरा गए. इसके बाद फौरन इमरजेंसी नंबर पर कॉल कर सूचना दी. लेकिन जब रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची, तो वहां का मंजर देखकर हर कोई हैरान रह गया.
मिट्टी खोदते ही रेस्क्यू टीम को एक नवजात मिली, जो अभी भी गर्भनाल से जुड़ी हुई थी. लेकिन छूते ही उसके शरीर में हरकत हुई, जिसे देखकर सबके चेहरे खिल उठे. बच्ची को फौरन अस्पताल ले जाया गया. बच्ची अब दादी के साथ है. लेकिन सवाल अब भी यही है कि मां तो ऐसी नहीं होती, फिर उसने ऐसा क्यों किया.
दरअसल, 23 साल की बिन ब्याही मां ने लोकलाज के डर से ऐसा किया था. उसे इस बात का डर था कि घरवालों को पता चल गया कि वो प्रेग्नेंट है, तो क्या होगा. अपनी प्रेग्नेंसी को छिपाने के लिए वह अक्सर ढीले कपड़े पहना करती थी.
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