लोकसभा चुनाव 2024 का शंखनाद हुआ तो भागलपुर के एक गांव में विरोध की ज्वाला भड़कने लगी. ऐसा इसलिए क्योंकि ग्रामीणों की सालों की मांग सांसद के द्वारा पंचायत को गोद लेने के बावजूद भी नहीं पूरी हो सकी है. अब लोगों ने वोट बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. भागलपुर का जगतपुर पंचायत का जपतैली गांव विकास से कोसों दूर है. गांव में सड़क नहीं रहने के कारण लोगों ने इस बार वोट का ही बहिष्कार करने का निर्णय लिया है.
खास बात यह है कि जगतपुर पंचायत को सांसद ने गोद लिया था, लेकिन हालात यह है कि नेशनल हाइवे से गांव तक जाने के लिए पगडंडी का सहारा लेना पड़ता है. बारिश होने पर तो हालात बदतर हो जाते हैं. जनप्रतिनिधियों द्वारा इस गांव को विकास के मानचित्र पर रखा ही नहीं गया.
रोड नहीं तो वोट नहीं का लगाया बोर्ड
अब लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद गांव के लोगों में आक्रोश की आग धड़कने लगी है. ग्रामीणों ने गांव के दोनों छोर पर बैनर लगा दिया है. उसमें लिखा है कि रोड नहीं तो वोट नहीं देंगे. जपतैली गांव के लोग यहां एनएच से गांव तक 500 मीटर की सड़क की मांग कर रहे हैं.
गांव में हैं 1800 से अधिक मतदाता
ग्रामीणों की मानें तो न तो पूर्व सांसद और उनके पड़ोसी बुलो मंडल ने ध्यान दिया था, न ही निवर्तमान सांसद अजय मंडल ने ध्यान दिया है. वहीं मजबूरन नाव का सहारा लेकर लोगों को गांव आना पड़ता है. कई बार हादसे में बच्चों की जान भी गई है, जिसके बाद गांव के 1800 से अधिक मतदाताओं ने वोट बहिष्कार का मन बना लिया है.
हालांकि, TV9 भारतवर्ष की लोगों से यह अपील है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग जरूर करें. लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा लें साथ ही मतदान के लिए दूसरों को भी जागरूक करें.
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