भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पेटीएम (Paytm) पेमेंट्स बैंक पर पहले ही बैन लगा दिया है. उस पर लगी पाबंदियां 15 मार्च से लागू भी हो जाएंगी. लेकिन आम जनता देश में मौजूद अन्य पेमेंट्स बैंक से भी परेशान है, तभी तो आरबीआई ऑम्बुड्समैन इनके खिलाफ अच्छी खासी संख्या में शिकायतें मिली हैं. हाल में आरबीआई ऑम्बुड्समैन ने अपनी एनुअल रिपोर्ट जारी की है, जिसमें पेमेंट्स और स्मॉल फाइनेंस बैंक को लेकर मिली शिकायतों की जानकारी दी गई है.
आरबीआई ऑम्बुड्समैन की लेटेस्ट एनुअल रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल 2022 से मार्च 2023 के बीच पेमेंट्स और स्मॉल फाइनेंस बैंक के ग्राहकों से उसे कुल 7,888 शिकायतें मिली हैं. ये उसे मिली टोटल शिकायतों का करीब 3.36 प्रतिशत है. हालांकि 2021-22 की तुलना में इस सेगमेंट की शिकायतें कम हुई हैं.
तब आरबीआई ऑम्बुड्समैन को पेमेंट्स और स्मॉल फाइनेंस बैंक कैटेगरी में 8,076 शिकायतें मिली थीं, जो उस साल मिली टोटल शिकायतों का 2.65 प्रतिशत थीं. हालांकि इस रिपोर्ट में ये साफ नहीं है कि उसे कितनी शिकायतें पेमेंट्स बैंक के खिलाफ मिली हैं और कितनी स्मॉल फाइनेंस बैंक के खिलाफ, ना ही रिपोर्ट में ये बताया गया है कि किस बैंक के ग्राहकों से उसे कितनी शिकायतें मिली हैं.
सरकारी और प्राइवेट बैंक को लेकर भी शिकायतें
वैसे आरबीआई ऑम्बुड्समैन को देश के सरकारी और प्राइवेट बैंकों के खिलाफ भी खूब शिकायतें मिली हैं. आरबीआई ऑम्बुड्समैन को मिली कुल शिकायतों में 43.52 प्रतिशत सिर्फ सरकारी बैंकों के खिलाफ हैं, जबकि प्राइवेट बैंक के खिलाफ मिली शिकायतों की हिस्सेदारी 31.43 प्रतिशत है. आरबीआई ऑम्बुड्समैन को लोगों, कंपनियों और अन्य इकाइयों से बैंकों के खिलाफ मिलने वाली शिकायतों में 68 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है.
RBI ने लगाया है पेटीएम पर बैन
इधर आरबीआई ने देश के सबसे बड़े पेमेंट्स बैंक में से एक पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर भी बैन लगाया है. इसके बाद पेटीएम के ग्राहक भी परेशान हो रहे हैं. हालांकि पेटीएम पर बैन ग्राहकों की शिकायतों की वजह से नहीं लगा है, बल्कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने रेग्युलेटरी प्रोविजंस का सही से पालन नहीं किया था, जिसकी वजह से उस पर बैन लग गया है.
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