मध्य प्रदेश में महंगे हुए शराब के ठेके, सरकार को करोड़ों का अतिरिक्त राजस्व का मुनाफा

भोपाल। मध्य प्रदेश में इस बार शराब के ठेके 15 प्रतिशत महंगे कर दिए है। जिसके चलते अभी भी 190 समूहों नीलाम नहीं हो सके हैं। आबकारी विभाग ने पहले लाटरी सिस्टम से समूहों का नवीनीकरण किया था। 1135 में से 945 समूह नीलाम कर दिए गए हैं। इनमें लाटरी और ई-टेंडर के प्रथम चरण में 899 समूह नीलाम किए गए, 11 मार्च को खोले गए टेंडर में 46 समूह नीलाम कर दिए हैं। इस तरह कुल 75 प्रतिशत शराब के ठेके के समूह नीलाम हो चुके है और शेष 190 समूह की नीलामी के लिए 12 मार्च से ई-टेंडर का तीसरा चरण शुरू हो गया है और 15 मार्च को टेंडर खोले जाएंगे।

अब तक 10 हजार 723.49 करोड़ रुपये का राजस्व मिला है। पिछले साल आबकारी विभाग को ठेकों के नवीनीकरण से 12,400 करोड़ की राशि मिली थी, इस बार सरकार ने लाइसेंस फीस 15 प्रतिशत बढ़ा दी है। इस वजह से अगले वित्तीय वर्ष का राजस्व लक्ष्य 14,260 करोड़ होगा। सरकार की आबकारी नीति के अनुसार इस वित्तीय वर्ष में कोई भी नई शराब दुकान नहीं खुलेगी। वहीं लाटरी में असफल ठेकेदारों की लौटाई जाएगी।

धरोहर राशि वर्ष 2024-25 के लिए शराब दुकानों के नवीनीकरण एवं लाटरी में असफल आवेदक ठेकेदारों की धरोहर राशि लौटाई जाएगी। इसके लिए आबकारी आयुक्त ने सभी सहायक आबकारी आयुक्त और जिला आबकारी अधिकारियों के पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि ऐसे आवेदकों की धरोहर राशि एमपी टेंडर्स पोर्टल पर संबंधित टेंडर में आवेदक को रिजेक्ट कर वापस की जाएगी।

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