नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने तमिल फिल्म के एक प्रोड्यूसर जफर सादिक इंटरनेशनल ड्रग सिंडिकेट चलाने के मामले में गिरफ्तार किया है. सादिक की गिरफ्तारी दिल्ली में स्पेशल सेल की मदद से की गई है. सूत्रों के मुताबिक, शुरुआत जांच में टॉलीवुड और बॉलीवुड के तार एक बार फिर से ड्रग सिंडिकेट से जुड़े मिले हैं. इसके साथ-साथ सिंडिकेट के तार इंडिया-ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड ड्रग कार्टेल से भी जुड़े मिले हैं.
जांच में पता चला है कि सादिक डीएमके पार्टी से ताल्लुक रखता था और ड्रग्स के कारोबार से कमाए गए पैसों को फिल्म मेकिंग, रियल एस्टेट, होटल व अन्य कारोबार में लगा रहा था. पिछले महीने इस सिंडिकेट से जुड़े तीन आरोपी पकड़े गए थे. एनसीबी की टीम ने जब इन तीन आरोपियों से पूछताछ की तो जफर सादिक के बारे में पता चला. खतरे को भांपते हुए सादिक भी फरार हो गया था. फरारी के दौरान सादिक त्रिवेन्द्रम-मुंबई-पुणे-हैदराबाद-जयपुर में छिपकर रहा.
सादिक के पास से 50 किलोग्राम नशीला पदार्थ बरामद
एनसीबी की टीम ने सादिक के पास से 50 किलोग्राम सुडोअफेड्रिल बरामद की है. सुडोअफेड्रिल को कोकोनट और ड्राई फ्रूट की आड़ में न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया भेजा जाता था. जांच में यह भी पता चला है कि सादिक के संबंध डीएमकी पार्टी से भी रहे हैं. सादिक की गिरफ्तार की बाद अब एनसीबी की टीम उससे सिंडिकेट से जुड़ी अहम जानकारी जुटाने में लगी हुई है.
सूत्रों के मुताबिक, जफर सादिक ने पूछताछ में डीएमके नेता और तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन को 7 लाख रुपए देने की बात कबूली है. इनमें से 5 लाख तो बाढ़ के वक्त रिलीफ फंड में दिए और 2 लाख रुपए पार्टी को चंदे के रूप में दिया है. एनसीबी की टीम यह जानने का प्रयास कर रही है कि आखिर सादिक ने किस मकसद से ये पैसा दिया? तफ्तीश में कास्टिंग काउच का एंगल भी निकलकर सामने आ रहा है.
ईडी कर सकती है मनी लॉन्ड्रिंग की जांच
सादिक की गिरफ्तारी के बाद अब एनसीबी की टीम मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) को चिट्ठी लिख रही है. सूत्रों के मुताबिक, बॉलीवुड के कुछ फिल्म फाइनेंसर को समन भेजकर एनसीबी जल्द से जल्द पूछताछ के लिए बुला सकती है. अगर जरूरत पड़ी तो उदयनिधि स्टालिन को भी मामले में पूछताछ के लिए एनसीबी समन भेज सकती है.
जांच में पता चला है कि जफर सादिक ने अब तक 45 पार्सल ऑस्ट्रेलिया भेजे हैं. ड्रग को देश से बाहर भेजने के लिए सादिक प्रति किलो 1 लाख रुपए लेता था. अब तक करीब 3500 किलो यानी करीब 4 हजार करोड़ रुपए की कीमत की ड्रग्स सप्लाई कर चुका है. जांच यह भी पता चला है कि सादिक ने मंगई नाम की तमिल फिल्म को ड्रग्स के पैसे से बनाया था. उसका चेन्नई में एक होटल भी है.
2019 में भी सामने आया था इसका नाम
पहली बार 2019 में मुंबई कस्टम के सामने ड्रग्स तस्करी के मामले में इसका नाम सामने आया था. जिस ड्रग्स की यह सप्लाई करता है बाजार में उसकी कीमत डेढ़ करोड़ रुपए प्रति किलो बताई जा रही है. इस सिंडिकेट में तमिल और बॉलीवुड से जुड़े कुछ लोगों के नाम भी सामने आए हैं.
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.