विवादित ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर वकील विष्णु शंकर जैन ने बड़ा दावा किया है. दिल्ली में एक किताब के विमोचन के दौरान जैन ने कहा कि हर दिन वहां नमाज अदा करने के लिए आने वाले मुस्लिम समुदाय लोगों की ओर से लगातार ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं ताकि छत को ध्वस्त कर दिया जाए. वकील विष्णु शंकर का दावा है कि इसके लिए मुस्लिम समुदाय के लोग तहखाने पर बड़ी संख्या में आ रहे हैं ताकि छत ध्वस्त हो जाए और पूजा को रोका जा सके.
‘वेटिंग फॉर शिवा’ पुस्तक के विमोचन के दौरान वकील विष्णु शंकर जैन ये बातें कह रहे थे. विष्णु शंकर ने कहा है कि ‘हमने वाराणसी के जिला न्यायाधीश के सामने एक आवेदन दायर किया है और उस आवेदन में मांक की है कि जहां तक तहखाने की छत पर नमाजियों की एंट्री का सवाल है, उसको प्रतिबंधित किया जाना चाहिए.’ विष्णु शंकर जैन ने इसके अलावा तहखाने में मरम्मत कराने की भी मांग की है ताकि पूजा सही से हो सके.
वाराणसी जिला अदालत का फैसला
दरअसल, वाराणसी की जिला अदालत ने जनवरी महीने के आखिरी दिन ये आदेश दिया था कि ज्ञानवापी मस्जिद के दक्षिणी तहखाने में पूजा किजा जा सकता है. इस तहखाने के पूजा का जिम्मा अदालत ने काशी विश्वनाथ ट्रस्ट बोर्ड की ओर से नॉमिनेट किए जाने वाले पुजारी को दे दिया था. अदालत ने ये पूजा वाराणसी के डीएम की देखरेख में करने को कही थी.
सुप्रीम कोर्ट और ज्ञानवापी मामला
फैसले के करीब 8 घंटे बाद, यानी उसी रात तहखाने में पूजा की गई और अगली सुबह आरती हुई. इसके बाद मुस्लिम पक्ष ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर कर पूजा पर रोक की मांग की. इलाहाबाद हाईकोर्ट से राहत न मिलने पर अब ये मामला सुप्रीम कोर्ट में है. सर्वोच्च अदालत ज्ञानवापी मसले पर पहले की याचिकाओं के साथ सुनवाई करने की ओर बढ़ रही है.
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