पाकिस्तान में नई सरकार पर बनी बात, पीएम-प्रेसिडेंट के नाम पर लगी मुहर

पाकिस्तान में नई सरकार का सस्पेंस खत्म हो गया है। चुनाव के 12 दिन बाद नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) और बिलावट भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के बीच अलायंस के फॉर्मूले पर फाइनली मुहर लग गई है। दोनों ही पार्टियों में एक नई गठबंधन सरकार के गठन के लिए कई दिनों से जारी बातचीत के बाद आखिरकार मंगलवार को एक समझौते पर पहुंच गए। पार्टी नेताओं ने यह जानकारी दी।

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने मंगलवार देर रात एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में घोषणा की कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ फिर से प्रधानमंत्री की भूमिका संभालेंगे, जबकि पीपीपी के सह- अध्यक्ष आसिफ जरदारी देश के अगले राष्ट्रपति होंगे। दोनों ही पार्टियां अलांयस की सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। बिलावल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, PPP और PML-N ने जरूरी संख्याबल हासिल कर लिया है और अब हम सरकार बनाने की स्थिति में हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी- समर्थित उम्मीदवार और सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल (एसआईसी) केंद्र में सरकार बनाने के लिए संसद में साधारण बहुमत हासिल करने में विफल रहे।

जरदारी बनेंगे दोबारा राष्ट्रपति ?
वहीं, समझौते के फॉर्मूले के मुताबिक, PPP के सह-अध्यक्ष आसिफ जरदारी (68 साल) का दोबारा देश का राष्ट्रपति बनना तय है। इसके अलावा PML-N की वरिष्ठ उपाध्यक्ष और नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज (50 साल) को पंजाब के मुख्यमंत्री पद के लिए नामित किए जाने की खबरें हैं। बिलावल ने उम्मीद जताई कि गठबंधन सरकार बनाने के लिए पीएमएल-एन के साथ राजनीतिक गठबंधन की खबर से बाजार में सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलेगी क्योंकि नकदी संकट से जूझ रहे देश को 8 फरवरी के चुनावों के बाद त्रिशंकु संसद का सामना करना पड़ा था।

इमरान के बाद 2022 में पीएम बने थे शहबाज
फिलहाल, शहबाज के दूसरी बार पीएम बनने का रास्ता साफ होते दिख गया है।इमरान खान के सत्ता से हटने के बाद शहबाज पाकिस्तान के 23वें प्रधानमंत्री बने थे और अप्रैल 2022 से अगस्त 2023 तक देश की बागडोर संभाली थी। वे पीपीपी के समर्थन से सरकार में आए थे। शहबाज शरीफ ने आगे कहा कि नई सरकार के लिए आगे का सफर आसान नहीं होगा बल्कि कई कठिनाइयों और बाधाओं से भरा होगा।
एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने जोर देकर कहा कि गठबंधन उनसे मिलकर निपटेगा।

बिलावल का सपना
इससे पहले बिलावल ने एक बयान में कहा था, वो अपने पिता आसिफ अली जरदारी (68 साल) को एक बार फिर राष्ट्रपति बनते देखना चाहेंगे। दिवंगत प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के पति जरदारी 2008 से 2013 तक राष्ट्रपति रह चुके हैं। उन्होंने कहा, मैं यह इसलिए नहीं कह रहा हूं क्योंकि वे मेरे पिता हैं। मैं यह इसलिए कह रहा हूं क्योंकि देश इस समय भारी संकट में है और अगर किसी के पास इस आग को बुझाने की क्षमता है तो वो आसिफ अली जरदारी हैं।

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