नई दिल्ली। इस साल 26 जनवरी 2024 को गणतंत्र दिवस परेड में पश्चिम बंगाल और पंजाब की झांकियों नहीं दिखाई देगी और इसको लेकर अब सियासत भी शुरू हो गई है। विपक्ष के हमलावर होने के बाद अब रक्षा मंत्रालय ने इसको लेकर स्थिति साफ करने की कोशिश की है। भारतीय रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा है कि पंजाब और पश्चिम बंगाली की झांकियों को तय प्रक्रिया के अनुसार ही गणतंत्र दिवस परेड में शामिल नहीं किया गया है। मंत्रालय के मुताबिक, दोनों की राज्यों की झांकियां थीम के अनुसार नहीं थी, इसलिए परेड में हिस्सा नहीं ले पाएगी।
इस कारण नहीं चुनी गई पंजाब की झांसी
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि विशेषज्ञ समिति की बैठक के पहले तीन दौर में पंजाब की झांकी के प्रस्ताव पर विचार किया गया था। परेड के व्यापक विषयों के अनुरूप न होने के कारण पंजाब की झांकी पर विचार नहीं किया गया। दूसरी ओर पश्चिम बंगाल की झांकी के प्रस्ताव पर विशेषज्ञ समिति ने दो दौर की बैठक में विचार किया गया। यह झांकी भी थीम के अनुरूप नहीं होने के कारण शामिल नहीं की गई।
विपक्ष ने लगाया भेदभाव का आरोप
इस बीच विपक्षी नेताओं ने सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया है। तब स्थिति को स्पष्ट करने के लिए रक्षा मंत्रालय ने नोटिस जारी कर कहा कि पंजाब की झांकियों को बीते 8 वर्षों में 6 बार गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल किया गया है। दूसरी ओर पश्चिम बंगाल की झांकियों को 5 बार शामिल किया गया है। यह सब एक प्रक्रिया के अनुसार ही होता है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि 30 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने गणतंत्र दिवस परेड में अपने-अपने राज्य की झांकी शामिल करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है, लेकिन इसमें से केवल 15 या 16 झांकियों को ही शामिल किया जा सकता है।
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