अभी राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम हुआ भी नहीं है, लेकिन देश भर में इसको लेकर राजनीति गर्मा रही है। बिहार में बयानबाजी के बाद अब पोस्टर को लेकर विवाद बन गया है।
- लालू यादव के घर के बाहर लगा विवादित पोस्टर
- सनातर धर्म पर बयानबाजी के बाद इस पोस्टर से बढ़ा सियासत गर्मायी
एएनआई, पटना। अभी राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम हुआ भी नहीं है, लेकिन देश भर में इसको लेकर राजनीति गर्मा रही है। बिहार में बयानबाजी के बाद अब पोस्टर को लेकर विवाद बन गया है। राजद विधायक फतेह बहादुर सिंह ने राजद सुप्रीमो लालू यादव के घर के बाहर विवादित पोस्टर लगा दिया। उसमें लिखा है कि मंदिर का मतलब मानसिक गुलामी का मार्ग। उनके इस पोस्टर में लालू यादव, राबड़ी देवी व तेजस्वी यादव की तस्वीर है।
उनके इस पोस्टर के बाद राजनीति शुरू हो गई है। इस पोस्ट को हिंदू देवी-देवताओं पर टिप्पणी मानी जा रही है। इसको धर्म के खिलाफ बताया जा रहा है। इस पोस्टर के बाद भाजपा ने राजद पर जोरदार हमला किया है।
लालू यादव के घर के बाहर लगा पोस्टर।
सनातन पर कर रहे हमला- सुशील मोदी
भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि ये गठबंधन के लोग लगातार सनातन पर हमला कर रहे हैं। हिंदू धर्म का अपमान कर रहे हैं। इनमें ईसाई धर्म या इस्लाम के बारे में कुछ भी कहने की हिम्मत नहीं है। जो मन में आता है बोल देते हैं। आज जब देश के करोड़ों लोग राम मंदिर जाने की तैयारी कर रहे हैं, तो उस मंदिर को गुलामी का प्रतीक कहना गलत है। जबकि मंदिर सांस्कृतिक मुक्ति का प्रतीक है गुलामी जो इस देश में मौजूद थी।
भगवान राम खुद धरती पर आएं तो…
राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि मेरी आस्था मेरी निजी चीज है, इसके अशोभनीय सार्वजनिक प्रदर्शन से भगवान भी व्यथित होंगे। 22 जनवरी की प्राण प्रतिष्ठा के बाद ‘मर्यादा पुरूषोत्तम’ खुद धरती पर आएं तो पीएम से सवाल पूछेंगे। वो पूछेंगे कि मेरे युवाओं के लिए रोजगार कहां है और देश में इतनी महंगाई क्यों है?
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.