इंदौर। अगवा किशोरी की एरोड्रम क्षेत्र में हत्या कर दी गई। वृद्ध पिता दर-दर की ठोंकरे खाता रहा। पता बताने के नाम पर लोगों ने रुपये भी ऐंठ लिए। 13 दिन बाद पता चला कि उसकी तो हत्या हो चुकी है।
नंदबाग बाणगंगा निवासी 14 वर्षीय किशोरी 12 दिसंबर को लापता हुई थी। पिता ने रिपोर्ट दर्ज करवाई लेकिन पुलिस न किशोरी को ढूंढ पाई और न आरोपितों तक पहुंची। मंगलवार को एरोड्रम पुलिस ने बताया कि किशोरी का शव मिला है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज निकाले तो किशोरी अकेली जाते दिखी। उसके फोन की काल डिटेल के आधार पर छानबीन चल रही है। नंदबाग में रहने वाले तीन युवकों को हिरासत में लिया है।
मदद के बदले मांगे रुपये
पिता किशोरी की तलाश में जुटा रहा। परिचित लोगों से मदद मांगी तो सैलून संचालक ने कहा कि खबर दे दूंगा लेकिन 500 रुपये लगेंगे। उसने रुपये लिए और कहा कि कालोनी में रहने वाला उमेश लेकर गया है। उमेश को ढूंढा, लेकिन जानकारी नहीं मिली। पिता ने पुलिसवालों को बताया तो कहा कि सैलून संचालक गांजा पीता है। उसने तुमसे झूठ बोलकर रुपये ले लिए। उसकी बातों में मत आओ।
पुलिसवाले बोले- सीसीटीवी फुटेज निकालो
किशोरी की मां की बचपन में ही मौत हो चुकी है। वह नंदबाग में रहने वाली चाची के पास जाने का बोलकर गई थी। पुलिस ने दो दिन तक नाबालिग होने के सबूत मांगे और रिपोर्ट तक नहीं लिखी। 14 दिसंबर को कायमी की और प्रधान आरक्षक अजय शुक्ला को जांच सौंपी। अजय ने स्वजन से कहा- लौट आएगी। जल्दी हो तो फुटेज निकालकर ले आओ।
दो दिन थाने में बैठाकर रखा
मंगलवार को किशोरी के पिता को एरोड्रम थाने बुलाया और चप्पल और कपड़े दिखाते हुए कहा कि इसकी पहचान कर लो। स्वजन ने बच्ची की पहचान कर ली लेकिन शव नहीं दिखाया। पुलिस वालों ने दो दिन तक थाने में ही बैठा कर रखा। टीआइ राजेश साहू के मुताबिक, अभी साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.