पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर साफ किया है कि उनके मन में देश का प्रधानमंत्री बनने की लालसा नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने पिछले दिनों दिल्ली में हुई विपक्ष दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. की बैठक के बाद नाराज होने की खबरों का भी खंडन कर दिया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया और पूर्व प्रधानमंत्री और भाजपा के पितृ पुरुष अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म जयंती कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
इस मौके पर नीतीश ने कहा, आज पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती है। जब मैं सांसद था, तब से उन्हें जानता हूं। जब उनकी सरकार बनी, तो उन्होंने मुझे तीन विभागों की जिम्मेदारी। मैं अटल जी का बहुत बहुत सम्मान करता हूं।
वहींइंडिया गठबंधन से नाराजगी के सवाल पर नीतीश ने कहा कि मैं किसी से नाराज नहीं हूं। ना ही मुझे कोई पद चाहिए। मैं सिर्फ इतना चाहता हूं कि जल्द से जल्द सीटों का बंटवारा हो जाए और सभी मिलकर चुनाव लड़ें।
मैंने पहले भी कहा है कि मुझे किसी पद की लालसा नहीं हैं। मैंने कभी नहीं कहा कि मुझे कुछ बनाया जाना चाहिए। हम सभी दलों की एकजुटता के लिए शुरू से प्रयासरत हैं। बस इतनी ही बात है। – नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
पीएम पद की उम्मीदवारी पर फंसा है पेंच
इंडिया गठबंधन में पीएम पद की उम्मीदवारी और सीटों के बंटवारे पर पेंच फंसा है। अब तक चार बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन दोनों ही मुद्दों पर एक राय नहीं बनी है।
दिल्ली में आयोजित पिछली बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दलित नेता होने के नेता पीएम पद का उम्मीदवार बनाए जाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नाम का प्रस्ताव रखा।
हालांकि खुद कांग्रेस अध्यक्ष ने इसका खंडन कर दिया और उन्होंने कहा कि पीएम पद का फैसला चुनाव परिणाम आने के बाद किया जाएगा।
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