इंदौर। वैदित ज्योतिष में ग्रहों के गोचर का महत्व है। ग्रहों का गोचर सभी राशियों को प्रभावित करता है। इसमें देवगुरु बृहस्पति के गोचर का खास महत्व है। फिलहाल देवगुरु मेष राशि में विराजमान है। 1 मई 2024 को वृष राशि में प्रवेश होगा। बृहस्पति 9 अक्टूबर को वक्री हो जाएंगे। फिर 5 फरवरी 2025 को गोचर करेंगे। देवगुरु के स्थान परिवर्तन से कुछ राशियों को लाभ मिलेगा।
गुरु धनु और मीन राशि के स्वामी है। कर्क राशि में उच्च भाव और मकर राशि में नीच रहता है। सूर्य, चंद्रमा और मंगल बृहस्पति के मित्र ग्रह हैं। बुध शत्रु और शनिदेव तटस्थ है। देवगुरु के नक्षत्र पुनर्वसु, विशाखा और पूर्वा भाद्रपद हैं।
साल 2024 में विवाह का योग बन रहा है। साल के आखिरी 6 महीने बेहद सुखद व्यतीत होंगे। पूरे आत्मविश्वास और ऊर्जा के साथ परिस्थिति का सामना कर पाएंगे। जो भी काम करेंगे उसमें देवगुरु की कृपा से सफलता मिलना निश्चित है।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए बृहस्पति ग्रह शुभ है। देवगुरु का गोचर आपके लिए अत्यंत लाभकारी साबित होगा। आप आपनी बुद्धि का उचित इस्तेमाल कर पाएंगे। कार्यस्थल पर स्थान परिवर्तन संभव है। नई साझेदारी बनेगी। मकान का निर्माण कार्य शुरू हो सकता है। प्रेम के इजहार में सफलता प्राप्त होगी।
वृश्चिक राशि
देवगुरु के गोचर से वृश्चिक राशि के जातकों को लाभ होगा। साल 2024 में अविवाहितों की शादी हो सकती है। जोश और उत्साह बना रहेगा। पारिवारिक विवाद का हल शांतिपूर्ण तरीके से हल होगा। कुछ नए अनुभव और जानकारियां प्राप्त होंगी।
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.