धूम्रपान करने वालों को टीबी से बचाव के लिए लगेगा टीका, पहचान के लिए होगा सर्वे

भोपाल। अब 18 वर्ष से अधिक आयु वालों को भी टीबी की बीमारी से बचाने के लिए टीका लगाया जाएगा। इसमें अभी गंभीर बीमारियों से पीड़ित रोगियों के अलावा धूम्रपान (स्मोकर) करने वालों को शामिल किया जा रहा है। भारत सरकार ने पायलट प्रोजेक्ट के लिए मध्य प्रदेश को भी चुना है। प्रदेश के 26 जिलों में 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीका की एक डोज लगाई जाएगी। अभी इन जिलों का चयन होना है। टीकाकरण शुरू करने की तारीख भारत सरकार द्वारा निर्धारित की जाएगी।

धूम्रपान करने वालों का होगा सर्वे

बता दें कि अभी सिर्फ बच्चों को ही टीबी से बचाव के लिए बीसीजी का टीका लगाया जाता है। धूम्रपान करने वालों की पहचान के लिए सर्वे कराया जाएगा। राज्य टीकाकरण अधिकारी डा. संतोष शुक्ला ने बताया कि केंद्र ने पहले मात्र मध्य प्रदेश को ही पायलट प्रोजेक्ट के लिए चुना था, पर अब लगभग 15 राज्य शामिल हो चुके हैं। तैयारी करने में ही बहुत समय लग जाएगा। इस संबंध में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को बताने के लिए एक कार्यशाला भी हो चुकी है।

प्रतिरोधक क्षमता जिनकी कम उन्हें लगेगा टीका

डा. शुक्ला ने बताया कि दाहिने हाथ में 0.1 मिली टीका लगाया जाएगा। टीका उन्हें लगेगा जिनकी प्रतिरोधक क्षमता किन्हीं कारण से कम हो जाती है। बीमारी से लड़ने की क्षमता कम होने पर सबसे पहले टीबी जकड़ती है। एड्स से पीड़ित रोगियों को भी सबसे पहले टीबी होती है, कारण उनकी भी प्रतिरोधक क्षमता बीमारी के चलते कम हो जाती है।

  • 18 से ऊपर के इन लोगों को लगेगा टीका
  • पांच वर्ष से अधिक समय से ‍‍जिन्हें टीबी है
  • 60 वर्ष से ऊपर के सभी लोग।
  • डायबिटीज के रोगी।
  • बाडीमास इंडेक्स 18 से कम।
  • धूम्रपान करने वालों को।
  • एचआइवी संक्रमित।

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