इंदौर। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और इंदौर एक से विधायक कैलाश विजयवर्गीय ने एक बार फिर प्रदेश सरकार में अपनी भूमिका पर कहा कि वह राष्ट्रीय महासचिव हैं और विधायक हैं। मुझे हल्के में लेते हैं। दरअसल यह बात उन्होंने पत्रकार वार्ता में कही, जब पत्रकारों ने उनसे सरकार में उनकी भूमिका के बारे पूछा। उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा- मैं राष्ट्रीय महासचिव हूं और विधायक हूं। कल मैं राष्ट्रीय दल की बैठक में हिस्सा लेने के लिए जा रहा हूं। आप ही मुझे कुछ नहीं समझते और हल्के में लेते हैं।
#WATCH मध्य प्रदेश: भाजपा विधायक कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, “लोकतंत्र की खूबसूरती चर्चा है…संसद में आंदोलन से इसकी खूबसूरती नहीं बढ़ती। विरोध प्रदर्शन सड़कों पर किया जाना चाहिए लेकिन यह देखकर दुख होता है कि कुछ लोग संसद के अंदर ऐसा करते हैं। (21.12) pic.twitter.com/Ll0PEg3oFx
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 21, 2023
मुख्यमंत्री मोहन यादव 26 दिसंबर को इंदौर में, बड़ा गणपति से राजवाड़ा होते हुए कृष्णपुरा छत्री तक निकलेगा रोड शो
मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव 26 दिसंबर को इंदौर प्रवास पर रहेंगे। वे दोपहर करीब दो बजे यहां पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद डा. यादव का यह पहला इंदौर दौरा होगा। मुख्यमंत्री बड़ा गणपति से राजवाडा होते हुए कृष्णपुरा छत्री तक निकलने वाले रोड शो में शामिल होंगे। वे हुकमचंद मिल के मजदूरों को मुआवजे के चेक वितरित भी करेंगे। समारोह में पीएम नरेन्द्र मोदी भी ऑनलाइन जुड़ेंगे। डा. मोहन यादव ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की।
यह जानकारी भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और विधानसभा क्षेत्र इंदौर एक से भाजपा विधायक कैलाश विजयवर्गीय ने दी। उन्होंने बताया कि भाजपा ने मुख्यमंत्री के स्वागत की तैयारियां शुरू कर दी हैं। हमारा लक्ष्य रोड शो में कम से कम एक लाख कार्यकर्ताओं की उपस्थिति का है।
इंदौर की परंपरा का रखेंगे ध्यान, होगा जोरदार स्वागत
विजयवर्गीय ने कहा कि हमारी इंदौर की परंपरा रही है कि हम अतिथि का जोरदार स्वागत करते हैं। मुख्यमंत्री के स्वागत में इस बात का ध्यान रखा जाएगा। बड़ा गणपति से राजवाड़ा होते हुए छत्री तक निकलने वाले रोड शो में इस एक लाख से ज्यादा कार्यकर्ता शामिल होंगे। मुख्यमंत्री इसके पहले उज्जैन में संभागीय बैठक ले चुके हैं।
मजदूरों को सौपेंगे चेक
विजयवर्गीय ने कहा कि मुख्यमंत्री इंदौर प्रवास के दौरान हुकमचंद मिल के मजदूरों को मुआवजा राशि के चेक भी प्रदान करेंगे। इसके लिए एक कार्यक्रम अलग से आयोजित किया जा रहा है। इसमें मिल के मजदूरों के पक्ष में वर्षों से संघर्ष कर रहे कुछ लोगों को सम्मानित भी किया जाएगा।
गौरतलब है कि पदभार संभालने के बाद पहली ही बैठक में मुख्यमंत्री ने हुकमचंद मिल के मजदूरों को राहत देते हुए शासन द्वारा 425 करोड़ 89 लाख रुपये के भुगतान की फाइल पर हस्ताक्षर किए थे। इसके बाद यह रकम मिल के देनदारों के पक्ष में जमा करवाए भी जा चुके हैं।
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