भोपाल। नवगठित मोहन सरकार ने भाजपा के संकल्प के अनुसार तेंदूपत्ता संग्राहकों के पारिश्रमिक में एक हजार रुपये की वृद्धि तो कर दी है, लेकिन इसकी भरपाई राज्य लघु वनोपज संघ के बैंक में जमा निधि पर मिलने वाले ब्याज से ही की जाएगी। पहले तेंदूपत्ता संग्राहकों को तीन हजार रुपये प्रति मानक बोरा पारिश्रमिक मिलता था जो अब बढ़ाकर चार हजार रुपये प्रति मानक बोरा कर दिया गया है।
हालांकि, इस बढ़ोत्तरी में वन विभाग ने यह भी प्रविधान किया है कि पारिश्रमिक दर के भुगतान में अतिरिक्त राशि की जरूरत होती है तो लघु वनोपज संघ अपनी बैंक में जमा निधि पर मिलने वाले ब्याज से इसकी भरपाई करेगी। इसके बाद भी बढ़ी दर की भरपाई नहीं हुई तो संघ तेंदूपत्ता संग्राहकों को हर साल मिलने वाले लाभांश की राशि से इसकी भरपाई करेगा, इससे लाभांश की राशि कम हो जाएगी।
प्रदेश में 43 लाख तेंदूपत्ता संग्राहक
मध्य प्रदेश में 25 लाख तेंदूपत्ता परिवार है और 43 लाख के करीब तेंदूपत्ता संग्राहक है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही विधानसभा चुनाव के दौरान तेंदूपत्ता संग्राहकों को साधने के लिए तीन हजार रुपये की जगह चार हजार रुपये प्रति मानक बोरा देने का वादा किया था। अब सत्ता में भाजपा की मोहन सरकार है। सरकार बनते ही तेंदूपत्ता संग्राहकों को चार हजार रुपये मानक बोरा देने का आदेश हो गया है, लेकिन इसके लिए अलग से बजट नहीं दिया जाएगा। इसकी भरपाई राज्य लघु वनोपज संघ के बैंक में जमा निधि पर मिलने वाले ब्याज से ही की जाएगी।
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