भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर बनी तीन मौसम प्रणालियों के सक्रिय रहने से बादल छाने लगे थे। इनके कमजोर पड़ने से मौसम शुष्क होने लगा है। हवाओं का रुख भी उत्तरी एवं उत्तर-पश्चिमी हो गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक सर्द हवाएं चलने से सोमवार से पूरे प्रदेश में ठिठुरन बढ़ने लगेगी। अगले दो दिन में रात के तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस तक गिरावट हो सकती है।
पचमढ़ी में रात का पारा 7.2 डिग्री सेल्सियस
उधर, रविवार को प्रदेश में सबसे कम 8.5 डिग्री सेल्सियस तापमान नौगांव में दर्ज किया गया। 28 शहरों में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। हिल स्टेशन पचमढ़ी में रात का पारा 7.2 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में जम्मू के आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। इसके प्रभाव से एक प्रेरित चक्रवात हरियाणा पर सक्रिय है। इसके अतिरिक्त पंजाब के आसपास एक द्रोणिका भी मौजूद है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि इन तीन मौसम प्रणालियों के प्रभाव के कारण बादल छाने लगे थे। इससे रात के तापमान में मामूली बढ़ोतरी होने लगी थी। अब इन मौसम प्रणालियों के कमजोर होने पर मौसम शुष्क हो गया है। रविवार दोपहर से हवाओं का रुख भी उत्तरी एवं उत्तर-पश्चिमी हो गया है। हवा की रफ्तार भी लगभग 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा बनी हुई है।
सर्द हवाओं का असर
सर्द हवाओं के असर से रविवार को पूरे प्रदेश में अधिकतम तापमान में गिरावट भी दर्ज की गई है। सोमवार से न्यूनतम तापमान में भी गिरावट का सिलसिला शुरू होने की संभावना है। दो दिनों में न्यूनतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हो सकती है। 22 दिसंबर को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में आने पर मौसम के मिजाज में फिर बदलाव आ सकता है।
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