सर्वे भवंतु सुखिन: के मूल भाव के साथ संयुक्त चेतना सम्मेलन शुरू

उज्जैन। कालिदास संस्कृत अकादमी के पं. सूर्यनारायण व्यास संकुल में शुक्रवार को सर्वे भवंतु सुखिन: के मूल भाव के साथ तीन दिवसीय संयुक्त चेतना सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम में साध्वी भगवती सरस्वती ने 21 देशों की नदियों का जल एकत्र किया।

इस जल से भगवान महाकाल व मोक्षदायिनी मां शिप्रा का अभिषेक किया जाएगा। आध्यात्मिकता व समग्र विकास के लिए कैसे जीवन में चेतना का संचार करें जैसे मुद्दों पर मंथन के लिए विश्व के कई देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए हैं। दोपहर दो बजे उद्घाटन संत्र के बाद वक्ताओं ने आध्यात्मिक लोकतंत्र से जुड़े विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए।

व्याख्यान के बाद प्रश्नोत्तरीय कार्यक्रम के अंतर्गत श्रोताओं ने वक्ता से प्रश्न पूछे, जिनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया गया। शाम को सम्मेलन स्थल पर अमेरिका की श्रेया व डा. विक्रांत शाह की चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया।

इस चित्र प्रदर्शनी में आठ अन्य जाने-माने चित्रकारों के भी चित्र प्रदर्शित किए गए हैं। सुधीजन अगले दो दिन सुबह 10 बजे से रात आठ बजे तक चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन कर सकते हैं।

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